संवाद सहयोगी, बिलासपुर (रामपुर)। अक्सर मोबाइल पर व्यस्त रहने और विभाग पर बोझ के ताने सुनने वाली महिला पुलिसकर्मी भी वक्त आने पर जान की बाजी लगा सकती हैं। जांबाजी का परि परिचय दे सकती हैं, महिला दारोगा ने यह बखूबी साबित करके दिखा दिया।

वारंटी ने लगाई थी नदी में छलांग

हुआ कूछ यूं..., पुलिस एक वारंटी को पकड़ने के लिए उसके पीछे लगी थी मगर, खौफ के मारे उसने नदी में छलांग लगा दी। फिर क्या, देखते ही देखते आरोपित पानी में डूबने लगा क्योंकि वह तैरना नहीं जानता था। उसने बचने के लिए काफी हाथ-पांव मारे लेकिन, लगातार नदी की गहराई में समाने लगा। वहीं, किनारे पर खड़े पुलिकर्मी बचाने के बजाय मूकदर्शक बने खड़े रहे। एक जिंदगी को यूं खतरे में देख टीम में शामिल महिला दारोगा से नहीं रहा गया और वारंटी को बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। उन्होंने न केवल उसकी जान बचाई बल्कि गिरफ्तार करके हवालात में डाल दिया। दारोगा की इस बहादुरी के अधिकारी भी कायल हो गए। उन्होंने गणतंत्र दिवस पर सम्मानित करने का फैसला किया है।

ये भी पढ़ें...

Ram Rahim Singh: पैरोल पर आए डेरा प्रमुख ने तलवार से काटा केक, मनाई खुशियां, हनीप्रीत के साथ चलाया सफाई अभियान

वारंटियों को पकड़ने का चलाया था अभियान

सोमवार को पुलिस ने न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए वारंटियों की धरपकड़ को अभियान चलाया। इसी के अंतर्गत कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक रेखा रानी कुछ सिपाहियों को लेकर गांव सदराखेड़ा पहुंच गईं। प्रधान के पति के भाई बलवीर सिंह का वारंट होने पर उसे गिरफ्तारी करने को दबिश दी। पुलिस ने जैसे ही उसके मकान पर दस्तक दी तो वारंटी घबरा गया और भागने का प्रयास करने लगा। पुलिसकर्मी भी उसके पीछे दौड़ने लगे। इसी बीच वारंटी ने घबराहट में पुलिस से बचने के लिए गांव के बराबर से ही बह रही नदी में छलांग लगा दी, मगर अफसोस..वह तैरना नहीं जानता था।

नदी में पानी था अधिक, डूबने लगा व्यक्ति

नदी में पानी अधिक होने की वजह से वारंटी डूबने लगा। यह देख पुरुष पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। वे उसे बचाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। उधर, साथी पुलिसकर्मियों को पीछे हटते देख सब इंस्पेक्टर रेखा रानी ने नदी में छलांग लगा दी और मशक्कत कर वारंटी को नदी से अकेले बाहर निकाल लाईं। वहीं नदी के इर्द गिर्द खड़े दर्जनों लोग यह पूरा प्रकरण देखते रहे। फिर पुलिस वारंटी को वाहन में बैठाकर कोतवाली ले आई। बाद में वारंटी को न्यायालय के समक्ष पेश किया।

अपराधी था तो क्या, जान बचाना जरूरी

एसआइ रेखा रानी ने बताया कि गांव सदराखेड़ा निवासी वारंटी बलवीर सिंह के घर पर सवेरे नौ बजे दबिश दी थी। इस दौरान वह पुलिस को देखकर मकान के पिछले दरवाजे से भागने लगा। वह और अन्य पुलिसकर्मी उसका पीछा करने लगे। इसी बीच बलवीर भागते हुए गांव में बहने वाली डकरा नदी में जाकर कूद गया और बचाव के लिए चिल्लाने लगा। हमें लगा कि वह डूब रहा है। इस पर उसे बचाने के लिए वर्दी पहने ही छलांग लगा दी और उसे डूबने से बचा लिया। बाद में बाहर लाकर उसे काफी देर तक समझाया। इसके बाद वह शांत हो गया। तब उसे कोतवाली ले जाया गया।

रेखा बोलीं, हमारी जिम्मेदारी है कि अपराधियों को पकड़ें। उन्हें मरने के लिए नहीं छोड़ सकते। बताते हैं, 35 वर्षीय रेखा रानी अच्छी तैराक हैं। एसपी अशोक कुमार शुक्ला का कहना है कि महिला दारोगा ने बहादुरी दिखाई है। इसलिए उनका गणतंत्र दिवस पर सम्मान होगा।

 

Edited By: Abhishek Saxena