खूब मना श्रीराम मंदिर का जश्न, जमकर हुई आतिशबाजी
अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमि पूजन का जश्न शहर में बुधवार को देर।
जागरण संवाददाता, रामपुर : अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमि पूजन का जश्न शहर में बुधवार को देर रात तक मनाया गया। लोगों ने दीपावली की तरह अपने-अपने घरों, प्रतिष्ठानों में दीये जलाए और जमकर आतिशबाजी की। इस दौरान मंदिरों में भी पूजा-अर्चना की गई। शहर के मंदिर बिजली की रंग-बिरंगी झालरों से रातभर जगमगाते रहे।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को लेकर शहर के लोगों में भारी उत्साह दिखाई दिया। रात में नजारा दीपावली की तरह दिखाई दिया। लोगों ने अपने-अपने घरों प्रतिष्ठानों में दीये जलाए। इसके अलावा मंदिरों को बिजली की रंग-बिरंगी झालरों से काफी खूबसूरत ढंग से सजाया गया। शाम होते ही मंदिर बिजली की रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा उठे। वहीं ज्वालानगर, कृष्णा विहार, आगापुर, पुराना गंज, सिविल लाइंस, राजद्वारा आदि मुहल्लों में देर रात तक लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। इस मौके पर शहर में जगह-जगह हवन, सुंदर कांड का पाठ किया गया। मंदिरों में भी पूजा-पाठ कर प्रभु श्री राम की आरती की गई। पूर्व मंत्री ने मनाया दीपोत्सव
रामपुर : अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमि पूजन का जश्न पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना ने दीपावली की तरह मनाया। इस दौरान उन्होंने अपने आवास को दीयों से सजाया। घर के मुख्य द्वार पर भाजपा का चुनाव निशान कमल के फूल की आकृति में दीये सजाए गए। रात में आतिशबाजी की गई। एडीएम ने जलाए 251 दीये
रामपुर : अपर जिलाधिकारी जगदंबा प्रसाद गुप्ता ने श्रीराम मंदिर भूमि पूजन के अवसर पर अपने आवास पर 251 दीये जलाए और पूजा अर्चना की। वह अयोध्या के ही रहने वाले हैं। भव्य राम मंदिर का भूमि पूजन होने से उनके परिवार में खुशी का माहौल है।
सिविल लाइंस में भाजपा नेता राजीव मांगलिक ने भी अपने आवास को दीयों से सजाया। रात में कुछ लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। जिससे माहौल दीपावली की तरह नजर आया।
पांच सौ एक लोगों को वितरित की श्रीराम चरित मानस
रामपुर : शक्तिपुरम कालोनी स्थित श्री त्रिपुरेश्वरी शक्ति पीठ में अयोध्या में श्री राम मंदिर भूमि पूजन के अवसर पर विशेष पूजन किया गया। 501 लोगों को श्री राम चरित मानस ग्रंथ और मिठाई वितरित की।
आचार्य राधेश्याम वासंतेय ने सुंदर कांड का पाठ किया। शाम को सभी देवगणों को धन्यवाद देने के लिए मां ललिता चालीसा, बजरंगबाण, हनुमान चालीसा के बाद रामचरित मानस की आरती की। इस दौरान तुलसीदास की रामायण की चर्चा करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम के आदर्शों को अपनाने पर जोर दिया। इस दौरान शक्ति पीठ में असंख्य दीपक भगवान को समर्पित किए गए। रात में शक्ति पीठ में दीपावली जैसा उत्सव का नजारा दिखाई दिया। अंत में आरती के बाद 501 लोगों को रामचरित मानस ग्रंथ और प्रसाद वितरित किया गया।