अनुराग शर्मा हत्याकांड के दो आरोपितों पर लगाई रासुका
रामपुर शिव सेना के पूर्व जिला संयोजक अनुराग शर्मा की हत्या के दो आरोपितों पर पुलिस ने र
रामपुर : शिव सेना के पूर्व जिला संयोजक अनुराग शर्मा की हत्या के दो आरोपितों पर पुलिस ने रासुका भी लगा दी है। अनुराग शर्मा की हत्या 20 मई की रात हुई थी। घटना के समय वह स्कूटी से घर जा रहे थे। रास्ते में बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। पुलिस ने 10 दिन बाद हत्या का पर्दाफाश कर दिया था। हत्या में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। हत्या बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक छत्रपाल यादव ने कराई थी, जो अनुराग का सबसे करीबी था। उसने ज्वालानगर के हिमांशु उर्फ बाबू और नूरमहल आवास विकास कालोनी के राज किशोर से हत्या कराई थी। इसके लिए छत्रपाल के भाई पवन यादव ने भी सहयोग किया था। पुलिस ने चारों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया था। पुलिस चारों के खिलाफ चार्जशीट भी लगा चुकी है। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने सिंह ने बताया कि हत्यारोपित बाबू और राज किशोर के खिलाफ रासुका की भी कार्रवाई की है। बाकी दो आरोपितों पर भी रासुका की तैयारी की जा रही है। गौरतलब है कि जिले में लंबे समय बाद हत्यारों पर रासुका लगी है। तीन साल पहले टांडा क्षेत्र में छेड़छाड़ के आरोपितों पर रासुका लगाई गई थी। देवर पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप
रामपुर : अजीमनगर थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने देवर पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया है। डीजीपी को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि पुलिस उसकी रिपोर्ट नहीं लिख रही। यदि उसकी रिपोर्ट नहीं दर्ज की तो वह आत्महत्या कर लेगी। शिकायत में महिला ने कहा है कि उसकी शादी पांच मार्च को सींगनखेड़ा गांव के एक युवक से हुई थी। उसका पति बाहर काम करता है। उसका एक देवर बुरी नजर रखता था। 23 जून की रात वह तमंचा लेकर कमरे में घुस गया। उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। शोर मचाने पर अन्य स्वजन आ गए। इस पर वह भाग गया। वह पति के साथ थाने गई, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। जासं गबन में फंसे सेकेट्री और महिला ग्राम प्रधान रामपुर : शहजादनगर गांव की महिला प्रधान और पंचायत सचिव सरकारी धन के गबन के आरोप में फंस गए हैं। दोनों के खिलाफ एडीओ पंचायत कृष्ण सेवक सक्सेना ने शहजादनगर थाने में तहरीर दी है। तहरीर में कहा है कि वर्ष 2019 में गांव में खड़ंजा डालने के लिए 1.10 लाख रुपये का भुगतान दोनों ने सरकारी खाते से निकाला था, जबकि खड़ंजे का निर्माण नहीं कराया गया। इसकी शिकायत कुछ ग्रामीणों ने चमरौआ ब्लाक प्रमुख ममता से की। उन्होंने अधिकारियों को अवगत कराया, जिस पर शिकायत की गंभीरता से जांच की गई। मौके पर पहुंचे अधिकारियों को जांच में शिकायत सही मिली। इस पर गुरुवार शाम को एडीओ पंचायत की ओर से शहजादनगर थाने में ग्राम प्रधान आयशा बेगम और ग्राम पंचायत सचिव संजीव तोमर के खिलाफ तहरीर दे दी है। जांस