तीन किलीमोटर लंबा है टिड्डी दल, भगाने में जुटे किसान
जागरण संवाददाता बिलासपुर पीलीभीत से बहेड़ी होते हुए तीन किलोमीटर लंबा टिड्डी दल क्षे˜
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : पीलीभीत से बहेड़ी होते हुए तीन किलोमीटर लंबा टिड्डी दल क्षेत्र की सीमा में घुस गया, जिससे अफसरों और किसानों में खलबली मच गई। उन्हें भगाने तथा मारने के लिए अधिकारी और किसान रात भर जागते रहे। शनिवार को भी यह उपक्रम जारी रहा। फिलहाल टिड्डी दल को जिले की सीमा पर ही रोक दिया गया है।
टिड्डी दल के अचानक किसी भी समय हमले को लेकर प्रशासन पहले से अलर्ट था। इसको लेकर किसानों को भी आगाह कर दिया गया था। उन्हें टिड्डियों को भगाने में काम में आने वाले उपकरणों को तैयार रखने को कहा गया था। वहीं प्रशासन ने अपनी ओर से भी सारी तैयारी कर रखी थी। शुक्रवार की शाम ही बरेली जनपद की बहेड़ी सीमा की ओर से हमला होने की आशंका के चलते अधिकारियों ने किसानों के साथ मोर्चा संभाल लिया था। शाम साढ़े सात बजे टिड्डी दल जिले की सीमा पर पहुंच गया। मंगतपुर, आकिलपुर, बदनपुरी, बिढ़वा नगला, हजरतपुर, बेहटा फार्म, सुआ नगला, करतारपुर, धावनी बुजुर्ग, नरसुआ, गुलालपुर, लख्मीपुर, मानपुर ओझा आदि गांवों में एक साथ बड़ी संख्या में टिड्डियों के पहुंचने पर किसानों में हड़कंप मच गया। सूचना पर जिला कृषि अधिकारी चंद्रगुप्त सागर, तहसीलदार अशोक कुमार, नायब तहसीलदार अमरपाल सिंह मौके पर पहुंच गए। किसानों ने पटाखे छोड़ना तथा थाली बजाना शुरू कर दिया। ऐसा करके वे रात भर टिड्डियों को भगाते रहे। शनिवार को स्थानीय प्रशासन, बहेड़ी प्रशासन के साथ मिल कर सीमावर्ती गांवों में दवाओं का छिड़काव कर उन्हें मारने में लगा रहा। इसके साथ ही फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां कीटनाशक दवा का स्प्रे करने में लगी रहीं।
जिला कृषि अधिकारी सीजी सागर ने बताया कि टिड्डियों का दल तीन किलोमीटर लंबा तथा दो किलोमीटर चौड़ा है। स्थानीय प्रशासन तथा बहेड़ी प्रशासन की मदद से संयुक्त ऑपरेशन चला कर उन्हें मारने का काम किया जा रहा है। काफी संख्या में टिड्डी मर गई हैं। टिड्डियों को अभी अपने क्षेत्र में नहीं घुसने दिया है। सीमावर्ती क्षेत्रों के ग्रामीणों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।