दहेज के लिए पत्नी को दिया तीन तलाक, मुकदमा
की। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर अजीमनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। अजीमनगर थाना प्रभारी अमरीश कुमार ने बताया कि महिला के पति मौअज्जम और ससुर रियासत अली के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
अजीमनगर थाना क्षेत्र की घटना
जागरण संवाददाता, रामपुर : दहेज के लिए पत्नी को मारपीट कर घर से निकाल दिया। वह मायके आ गई। बाद में पति और ससुर ने वहां आकर महिला के मायके वालों से मारपीट की और पति ने तीन तलाक दे दिया। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुकदमा अजीमनगर थाना क्षेत्र के नगलिया आकिल गांव की सलीमा उर्फ फरहा ने कराया है। मुकदमे में कहा है कि उसका निकाह टांडा थाना क्षेत्र के ग्राम ढक्का नगलिया के मौअज्जम अली के साथ 26 जुलाई 2017 को हुआ था। दोनों एक दूसरे से प्रेम करते थे। परिवार वालों की मर्जी के खिलाफ दोनों ने बिना दान-दहेज के निकाह किया था। महिला अपनी ससुराल में रहने लगी। आरोप है कि ससुर बिना दहेज की शादी से खुश नहीं थे। वे दहेज में पांच लाख रुपये लाने के लिए दबाव बनाते थे। पति से कहते थे कि या तो ससुरालियों से दहेज में पांच लाख रुपये मंगवा, वर्ना इसे तलाक दे दे। तेरी दूसरी जगह शादी कर देंगे। इसके बाद से पति और ससुर उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। इस दौरान उसने एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद तो दोनों के जुल्म और बढ़ गए। 15 जनवरी को दोनों ने उसे मारपीटकर घर से निकाल दिया। वह मायके आकर रहने लगी। 16 फरवरी को पति और ससुर उसके घर आ गए। उसके माता-पिता से दहेज की मांग करने लगे। महिला ने माता-पिता की गरीबी का हवाला दिया तो उसके साथ मारपीट करने लगे। शोर शराबा सुनकर आसपास के लोग आ गए। तब ससुर के कहने पर पति ने उसे माता-पिता के सामने ही तीन तलाक दे दिया। कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी देकर चले गए। महिला ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर अजीमनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। अजीमनगर थाना प्रभारी अमरीश कुमार ने बताया कि महिला के पति मौअज्जम और ससुर रियासत अली के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।