भारत बंद का नहीं दिखा खास असर, खुले रहे ज्यादातर बाजार
रामपुर कृषि सुधार कानून के विरोध में किसानों ने जगह-जगह धरना-प्रदर्शन किया और हाईवे जाम किया।
रामपुर : कृषि सुधार कानून के विरोध में किसानों ने जगह-जगह धरना-प्रदर्शन किया और हाईवे पर जाम किया।
भारतीय किसान यूनियन अंबावता के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय आहवान पर मंगलवार को आंबेडकर पार्क के सामने हाईवे पर चक्का जाम किया। इसके अलावा स्वार, शाहबाद, मिलक, केमरी, बिलासपुर में भी चक्का जाम कर कृषि सुधार तीनों कानून को वापस लेने की मांग की। हालांकि, ज्यादातर बाजर खुले रहे। सिविल लाइन में कुछ दुकानें बंद रहीं। कुल मिलाकर जनजीवन पर कोई खास असर नहीं पड़ा।
भारतीय किसान यूनियन अंबावता के कार्यकर्ता मंगलवार की दोपहर दो बजे आंबेडकर पार्क में एकत्र हुए। यहां पर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद आंबेडकर पार्क के सामने हाईवे पर चक्का जाम कर धरने पर बैठ गए। इस दौरान राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुहम्मद हनीफ वारसी ने कहा कि आज का भारत बंद ट्रेलर है, फिल्म अभी बाकी है। केंद्र तीनों अध्यादेश वापस ले। प्रधानमंत्री और पूरी केंद्र सरकार आज गुमराह हो गई है, भटक गई है, बहकावे में है, जो लोग किसानों को कह रहे हैं बहकावे में आ गए हैं, वह खुद बहकावे में हैं, कंफ्यूज हैं। कहा किसान हित में केंद्र सरकार ने तीनों कानून वापस नहीं लिए तो अब रेल रोको आंदोलन शुरू किया जाएगा। हम नहीं चाहते हमारी वजह से किसी को परेशानी हो, लेकिन आज खुशी इस बात की है कि पूरे देश में किसानों का साथ दिया है। उसी के तहत आज बंद सफल रहा, और चक्का जाम भी सफल रहा। जनपद से कई हजार किसान अपने खाने-पीने के सामान, सोने के लिए कपड़े के साथ दिल्ली कूच करेगा। किसानों के हाईवे पर धरने के दौरान काफी जाम लग गया। इस पर प्रशासन ने जाम को देखते हुए वाहनों का रूट बदल दिया। धरने पर पहुंचे सीओ, सिटी मजिस्ट्रेट, सिविल लाइन कोतवाली के कोतवाल, एलआइयू के इंस्पेक्टर आदि ने किसानों से रोड खोलने की अपील की। इस पर कुछ कार्यकर्ताओं ने नाराज होते हुए कहा कि अधिकारी किसानों का इम्तिहान न लें। इस पर दोनों ओर से बहस हो गई। बाद में किसान अपनी मर्जी से ही उठे और राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इसमें कहा है कि केंद्र सरकार तीनों काले कानून को वापस ले, कृषि में इस्तेमाल होने वाले सभी यंत्र, डीजल, बिजली, खाद, कीटनाशक, दवाएं, ट्रैक्टर, रोटावेटर आदि को 50 प्रतिशत पर किसानों को दिया जाए। 60 साल पूरे कर चुके किसान मजदूरों को पांच हजार रुपये महीना पेंशन दें। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद किसानों को 14 दिन के अंदर गन्ने का पेमेंट नहीं मिल रहा है। 14 दिन के अंदर किसानों का गन्ने का पेमेंट सुनिश्चित कराएं। केंद्र सरकार किसानों की आवाज दबाने के लिए कमजोर करने के लिए दिल्ली में जैमर लगा दिया है ताकि किसान लाइव नेट चलाकर अपनी आवाज पूरे देश के किसानों को ना सुना सके। केंद्र सरकार की नीतियों की यूनियन निदा करती है और मांग करती है काले कानून को वापस किया जाए।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष सलीम वारसी, गुरविदर सिंह पन्नू, सुखदेव सिंह, महबूब अली, बलजीत सिंह, लईक अहमद, शकील अहमद, वाहिद खान, शौकत अली, कमाल पाशा, सफदर अली, फैजल खान, अरबाज खान, सैयद आरिफ मियां, मुमताज खान, अफसर अली गुड्डू, मौलाना आबिद अली, कमरुद्दीन, अनिल यादव फैसल खान, प्रदेश मंत्री कामरान शाह खान, शकील खान आदि मौजूद रहे।
उधर भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन ने कोसी पुल हाईवे पर प्रदर्शन किया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष जुबैद खां, बाबू अली, गुन्नू खां, अनिल कुमार, भूरा, रियासत, मुहम्मद अहमद, नरेश आदि मौजूद रहे। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष्ज्ञ बाबू अली ने प्रधानमंत्री को भेजे ज्ञापन में केंद्र सरकार से तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग की। इस मौके पर रोहित शर्मा, मिथलेश कुमार, सुनील कुमार, प्रेमपाल, खलील, विजयपाल यादव आदि मौजूद रहे। भीम आर्मी ने राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में कृषि सुधार तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग की। इस मौके पर ऋषि गौतम, जुनैद खां, शाहनवाज, रनजीत सागर, इमरान, बिटटू आदि मौजूद रहे। कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसानों ने किया हाईवे जाम
भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता ने कृषि सुधार कानून को वापस लेने की मांग को लेकर मंगलवार को जनपद मुरादाबाद के थाना मूंढापांडे क्षेत्र के ग्राम सिहोर में हाईवे पर जाम लगाया। इस दौरान युवा प्रदेश अध्यक्ष उस्मान अली पाशा ने कहा कि पूरे देश का किसान आंदोलन कर रहा है, लेकिन केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता से बाज नहीं आ रही। हाईवे पर जाम लगने की सूचना पर क्षेत्राधिकारी और थाना मूंढापांडे पुलिस मौके पर पहुंच गई और किसानों से जाम न लगाने की अपील की। किसानों के तल्ख तेवर को देखते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी ने तुरंत सिटी मजिस्ट्रेट को किसानों के बीच बुलाया। इस पर किसानों ने सिटी मजिस्ट्रेट को प्रधानमंत्री को संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। रोड जाम करने वालों में प्रदेश प्रचार मंत्री हारुन पाशा, जिलाध्यक्ष शादाब हुसैन, जिलाध्यक्ष मुशाहिद हुसैन, जाबिर अली, फैजी खान, सरताज पाशा, संजीव राजपूत, शैजी, राकेश कुमार, नसीम मियां, इरफान, सिराज उल हसन, विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।