ग्राम्य न्यायालयों की स्थापना से पूर्व अनुभवी जजों को नियुक्त करने की मांग
ग्राम्य न्यायालयों की स्थापना से पूर्व अनुभवी जजों को नियुक्त करने की मांग
स्वार : सीनियर बार वेलफेयर एसोसिएशन के वकीलों ने प्रदर्शन एवं नारेबाजी कर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंप ग्राम्य न्यायालयों की स्थापना से पूर्व अनुभवी जजों एवं कर्मचारियों को नियुक्त करने की मांग की है।
शुक्रवार को सीनियर बार वेलफेयर एसोसिएशन के बार अध्यक्ष गुरनाम सिंह संधू के नेतृत्व में वकीलों ने प्रदर्शन एवं नारेबाजी कर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम राकेश गुप्ता को सौंपा। कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सभी जिलों में ग्राम्य न्यायालय स्थापित करने की योजना प्रस्तावित है। न्यायालयों के संचालन के लिए जजों एवं अन्य कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। उनकी अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में कोर्ट की स्थापना किया जाना निरर्थक है। निष्पक्ष न्याय दिलाना तभी संभव है, जब तक अनुभवी जजों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति हो। उन्होंने ग्राम्य न्यायालयों की स्थापना से पूर्व अनुभवी जजों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने वालों में सुंदरलाल, महबूब अली, हरस्वरुप मौर्य, ब्रजकिशोर दिवाकर, कमर सिंह मौर्य, नदीम अहमद, अतर फईम, मोहम्मद अय्यूब, फरहत खां, केवल सिंह, विक्रम सिंह, संदीप सिंह, चंद्रपाल, वैभव सक्सेना, जगजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
टांडा : वकीलों का कहना है कि अभी सभी जिलों में तहसील स्तर पर ही अधिकारियों व कर्मचारियों की कमी है। ग्राम्य न्यायालयों में अधिकारियों व कर्मचारियों की भर्ती नहीं की गई है। सरपंचों की भी पूर्णत: कमी है। ऐसी परिस्थिति में न्यायिक कार्यों में अराजकता की बढ़ोत्तरी होने से सामाजिक व्यवस्था पर विपरीत असर पड़ेगा। वकीलों ने ग्राम्य न्यायालय बनाने के विरोध में शुक्रवार को विरोध दिवस मनाया। बार एसोसिएशन के राजकुमार चौहान, अनिल भारद्वाज, श्योराज सिंह, प्रताप सिंह चौहान, खुरशीद अहमद, ब्रिजेश सिंह, प्रथी सिंह, समर सिंह चौहान, जयप्रकाश सिंह, राजवीर सिंह, धर्मेंद्र सिंह, प्रमोद सिंह, विजेंदर सिंह, अब्दुल माजिद, हरपाल सिंह, सतपाल सिंह, मोहम्मद फारूक, तारिक हुसैन, नसीम परवेज, सतवीर सिंह, केपी सिंह, दिनेश सिंह, अशोक सिंह, सोमपाल, हरस्वरूप सिंह, अमित चौहान, सोमवीर सिंह, संजय सिंह, प्रेम सिंह, प्रेमपाल सिंह, गौरी शंकर वर्मा आदि रहे।