निजीकरण के विरोध में बिजली विभाग के इंजीनियरों ने निकाला मशाल जुलूस
बिजली विभाग के इंजीनियरों एवं कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में मसाल जुलूस निकाला।
जागरण संवाददाता, रामपुर : बिजली विभाग के इंजीनियरों एवं कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में मशाल जुलूस निकाला। इस दौरान सबने एक स्वर में सरकार से इस निर्णय को वापस लेने की मांग की है।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा लगातार निजीकरण का विरोध किया जा रहा है। इसको लेकर सभी पदाधिकारी और कार्मिक नवाब गेट बिजलीघर पर इकट्ठा हुए। यहां से हाथों में मशालें थामे जुलूस की शक्ल में गांधी समाधि पर पहुंचे। समिति के अध्यक्ष/अधीक्षण अभियंता संजय कुमार गर्ग ने कहा कि पूर्वांचल वितरण निगम को तीन टुकड़ों में विभाजित करके सरकार निजीकरण करना चाहती है। यह न तो विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हित मे है, न ही जनता के। यह ही कारण है कि समिति द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। निजीकरण के प्रति सरकार व ऊर्जा प्रबंधन की मंशा व इसे धरातल पर लागू करने के उनके मंसूबे को बखूबी समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जाने कितने लोग ऐसे हैं जो मृतक आश्रित में नौकरी कर रहे हैं। निजीकरण के बाद उनकी नौकरी जाती रहेगी। इसके साथ ही जनता पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा। निजीकरण होते ही दरें बढ़ा दी जाएंगी, जिससे उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। कहा कि देश, प्रदेश व समाज हित में इस ऊर्जा क्षेत्र को बचाना हम सबका नैतिक कर्तव्य है। गांधी समाधि से सब लोग पुन: बिजली घर वापस आ गए। इस अवसर पर सह संयोजक वीपी सिंह, अधिशासी अभियंता प्रथम भीष्म कुमार तोमर, एसडीओ प्रथम आशीष सिंह, विनोद कुमार, नरेश कुमार, आशाराम, इमरान खान आदि रहे।