सावन के तीसरे सोमवार को बंद रहे प्रमुख शिवालयों के कपाट
रामपुर सावन के तीसरे सोमवार को शहर के प्रमुख शिवालयों में सन्नाटा पसरा रहा।
रामपुर : सावन के तीसरे सोमवार को शहर के प्रमुख शिवालयों में सन्नाटा पसरा रहा। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट बंद रहे। मंदिरों में सिर्फ पुजारियों के द्वारा ही सुबह पूजा-अर्चना की गई। ऐसे में कुछ श्रद्धालु मंदिर पहुंचे तो वह मंदिर बंद देखकर बाहर से हाथ जोड़कर वापस घर लौट गए। सावन के महीने में हर साल की तरह इस बार मंदिर में न तो रुद्राभिषेक हुए और न ही भंडारे। मंदिर के बाहर भी सन्नाटा छाया रहा। हर साल की तरह इस बार न तो पूजन सामग्री की दुकानें सजीं और न ही आसपास मेले लगे।
भमरौआ स्थित श्री पातालेश्वर माहदेव शिव मंदिर, पंजाबनगर स्थित श्री ओम नागेश्वर महादेव शिव मंदिर, रठौंडा स्थित श्री बामेश्वर महादेव शिव मंदिर में हर साल शिविलंग पर जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की भीड़ उमड़ती थी। हजारों की तादात में कांवड़िये हरिद्वार, ब्रजघाट आदि स्थानों से जल लेकर इन मंदिरों में पहुंचते थे। हाईवे पर कांवड़ियों के लिए शिव भक्तों के द्वारा जगह-जगह भंडारे कराए जाते थे। मंदिरों में भी पूरे दिन भंडारे चलते थे। मंदिरों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए की जाने वाली बेरीकेडिग छोटी पड़ जाती थी। मंदिर के बाहर तक श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगती थीं। हर साल सावन के प्रत्येक सोमवार को उमड़ने वाले श्रद्धालुओं के जनसैलाब को देखते हुए कोरोना के मद्देनजर मंदिर समिति ने प्रशासन के निर्देश पर इन मंदिरों को श्रद्धालुओं के लिए सावन माह में बंद कर दिया है। इसके कारण सावन के सोमवार को घंटों की ध्वनि और भोले के जयकारों से पूरे दिन गूंजने वाले मंदिर परिसरों में पूरे दिन सन्नाटा छाया रहा। मंदिरों के आसपास काफी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही।
भमरौआ स्थित श्री पातालेश्वर माहदेव शिव मंदिर कोरोना काल के चलते सावन के तीसरे सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए बंद रहा। तड़के सिर्फ मंदिर के पुजारियों के द्वारा ही विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान हर साल की तरह न मंदिर में भंडारे हुए और न ही रुद्राभिषेक। पूजन सामग्री की दुकानें भी नहीं सजीं और न ही मेला लगा। मंदिर के बाहर पुलिस तैनात रही।
पंजाबनगर स्थित श्री ओम नागेश्वर महादेव शिव मंदिर में कोरोना काल के चलते सावन के तीसरे सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट बंद रहे। मंदिर के पुजारी रामवीर मिश्रा ने बताया कि सुबह चार बजे मंदिर में सिर्फ पुजारियों के द्वारा शिवलिग पर जलाभिषेक कर विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। मंदिर के आसपास पूरे दिन पुलिस फोर्स तैनात रही। मंदिर के आसपास न तो मेला लगा और न ही पूजन सामग्री की दुकानें।
लोगों ने अपने-अपने घरों में की पूजा-अर्चना
रामपुर : कोरोना काल के चलते शहर के प्रमुख शिवालय बंद हैं। ऐसे में ज्यादातर श्रद्धालुओं ने सावन के तीसरे सोमवार को उपवास रखकर अपने-अपने घरों में ही पूजा-अर्चना की। इसके अलावा कुछ मुहल्लों में मंदिर खुले। मिस्टन गंज अग्रवाल धर्मशाला स्थित मंदिर में आसपास के लोगों ने मास्क लगाकर और शरीरिक दूरी का पालन करते हुए पूजा-अर्चना की। मुहल्ला चौकी हजियानी स्थित शिव मंदिर के कपाट बंद होने पर लोगों ने बाहर से ही हाथ जोड़कर पूजा-अर्चना की। इसके अलावा कोसी मंदिर स्थित शिव मंदिर में पुजारी के द्वारा फूलों से शिव श्रृंगार कर पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद रहा।
मंदिरों में तीसरे सोमवार को भी पसरा रहा सन्नाटा
मिलक : सावन के तीसरे सोमवार को भी कोरोना काल के चलते रठोंडा स्थित एतिहासिक श्री बामेश्वर महादेव शिव मंदिर बंद रहा। हर साल इस मंदिर में सावन के प्रत्येक सोमवार को हजारों की संख्या में कावंड़िये और श्रद्धालु जलाभिषेक करने आते थे। मंदिर परिसर के पास मेला लगता था। लेकिन, इस बार मंदिर बंद होने के कारण न तो पूजन सामग्री की दुकानें सजी और न ही मेला लगा। मंदिर में पूरे दिन सन्नाटा छाया रहा। ।
सैफनी : कोरोना महामारी के चलते सावन के तीसरे सोमवार को भक्तों ने उपवास रखकर अपने-अपने घरों पर ही रहकर पूजा अर्चना की। इसके चलते कस्बे के शिवालय और बेला भवानी मंदिर में सन्नाटा छाया रहा। मंदिर में नाम मात्र के भक्त पहुंचे, जिन्होंने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए और मास्क लगाकर जलाभिषेक किया। इस दौरान भक्तों ने सुख, शांति और समृद्धि के साथ कोरोना से बचाव की भोलेनाथ से कामना की।