पिता ने दी सच्चाई, ईमानदारी व उच्च शिक्षा की सीख
पिता ने दी सचाई ईमानदारी व उच शिक्षा की सीख
रामपुर: मेरे पिता स्वर्गीय टीकाराम किसान थे। वह हमेशा से बच्चों को अच्छी व उच्च शिक्षा दिए जाने के पक्षधर थे। उन्होंने हम चारों भाइयों को बरेली में उच्च शिक्षा प्रदान की। जीवन पर्यंत मुझे सही और गलत का अंतर समझाया। इसके साथ ही मेरी मां ने भी हम सबको सदैव सच्चाई व ईमानदारी की राह पर चलने की सीख दी। वर्ष 1990 में पिता जी हमें छोड़ कर चले गए। उसके बाद वर्ष 2004 में माता जी का भी देहांत हो गया। उन दोनों की दी हुई सीख आज भी मुझे संबल प्रदान करती हैं। उनकी प्रेरणा ने ही हमें जीवन में चुनौतियों का सामना करने का साहस प्रदान किया। आज भी उन दोनों की बताई गई बातों को मैं अमल में लाता हूं। मैंने भी अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाई तथा अपने पोते-पोतियो को भी सच्चाई, मेहनत और ईमानदारी के रास्ते पर चलने की सीख देता हूं। हर साल पितृ अमावस्या के दिन हमारा पूरा परिवार उनका श्राद्ध पूजन करता है।
रुकुम सिंह राठौर, सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, लोक निर्माण विभाग, रामपुर