जमीन के फर्जीवाड़े में फंसे लेखपाल का कोर्ट में सरेंडर, मिली जमानत
आगापुर के ग्रामीण ने कराया था मुकदमा पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां भी हैं मुकदमे में नामजद
जागरण संवाददाता, रामपुर : सपा शासनकाल में जमीन पर कब्जा कराने के मुकदमे में आरोपित लेखपाल आनंदवीर ने अदालत में आत्मसमर्पण किया और जमानत की अर्जी लगाई। अदालत ने उनकी जमानत अर्जी मंजूर कर ली है। लेखपाल के खिलाफ यह मुकदमा छह अक्टूबर को सिविल लाइंस कोतवाली में आगापुर गांव निवासी मुन्ने की ओर से दर्ज हुआ था। मुकदमे में आरोप है कि वर्ष 2015 में उनकी जमीन पर जमील अहमद और जरीफ का कब्जा करा दिया गया। उनके परिवार के छह लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया था। मुकदमे में यह भी कहा है कि तब सपा सरकार में मंत्री रहे आजम खां के संरक्षण में तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खां और लेखपाल आनंदवीर ने उनकी जमीन पर कब्जा कराकर दो दुकानें और मकान बनवा दिया। पुलिस ने इस मुकदमे में सेवानिवृत्त सीओ आले हसन खां, लेखपाल आनंदवीर, जमील अहमद और जरीफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। लेखपाल ने इस मामले में मंगलवार को अपने अधिवक्ता डीके नंदा के माध्यम से अदालत में आत्मसमर्पण किया। अधिवक्ता ने उनकी ओर से जमानत प्रार्थना पत्र दिया, जिस पर सुनवाई के बाद अदालत ने उसे मंजूर कर लिया।