भैया दूज पर मायके जाने से रोका तो फांसी पर झूली महिला
बिलासपुर : भैया दूज पर पति ने मायके जाने से मना कर दिया तो महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या
बिलासपुर : भैया दूज पर पति ने मायके जाने से मना कर दिया तो महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी मौत से परिवार में चीख पुकार मच गई है।
घटना बिलासपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव पिपलिया गोपाल की है। गांव में पातीराम का परिवार रहता है। आरोप है कि शुक्रवार को उसका 40 वर्षीय पत्नी उषा देवी से विवाद हो गया। पत्नी भैया दूज पर मायके रामपुर जाना चाह रही थी। पति ने उसे मायके जाने से रोक दिया। इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई। कुछ देर बाद महिला का पति किसी काम से घर से बाहर गया। उसके दोनों बेटे भी चले गए। दोपहर बाद महिला ने जब घर में अकेली थी तो उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया और साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। दोनों बेटे घर लौटे तो मां को आवाज दी। काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो दोनों भाई घबरा गए। उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया। अंदर का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। मां को फांसी पर झूलते देख दोनों भाइयों की चीख निकल गई। उनकी चीख सुनकर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। ग्रामीणों की मदद से परिजनों ने महिला को नीचे उतारा। उसे निजी चिकित्सक के यहां ले गए, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पाकर कोतवाल अजय कुमार श्रोत्रिय गांव पहुंचे। उन्होंने मृतका के परिजनों से जानकारी की। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
उधर, बताया जाता कि महिला की 12-13 साल पहले शादी हुई थी। यह उसकी दूसरी शादी थी। इससे पहले उसकी पहली शादी मुरादाबाद के कटघर निवासी हरचंद्र से हुई। मृतका के दो पुत्र हैं। पहला पुत्र आकाश 19 वर्ष और दूसरा पुत्र विकास 17 वर्ष है। दोनों पुत्रों ने बताया कि माता-पिता दोनों में पहले भी कई बार झगड़ा हो चुका है, लेकिन फिर दोनों बाद में एक हो जाते थे।
उधर, कोतवाल ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर आने पर ही उचित कार्रवाई की जाएगी।