चार्ज संभालते ही सड़क पर उतरे एसपी, आठ किलोमीटर की पैदल गश्त
स्वस्थ रहने के लिए नियमित करें योग
जागरण संवाददाता, रामपुर : नवागत पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने शनिवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया। कप्तान का चार्ज संभालते ही सड़क पर उतर आए। शहर में करीब आठ किलोमीटर पैदल गश्त की। बीच-बीच में रास्ते में मिले कारोबारियों से बात की। बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का सहयोग करने की अपील की। साथ ही आश्वासन दिया कि अगर उन्हें कोई शिकायत है तो उन्हें अवगत कराएं। उनकी समस्या का शीघ्र हल कराया जाएगा।
रामपुर में पुलिस अधीक्षक रहे डॉक्टर अजयपाल शर्मा का दो दिन पहले स्थानांतरण हो गया। उनके स्थान पर इटावा के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा को रामपुर भेजा गया है। श्री मिश्रा ने शनिवार दोपहर रामपुर पहुंचकर एसपी का कार्यभार ग्रहण कर लिया। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों की मीटिग ली। बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराध नियंत्रण को लेकर गश्त बढ़ाने पर जोर दिया। कहा कि पुलिस सड़कों पर नजर आएगी तो अपराधी घबराएंगे। उन्होंने जनता से बेहतर तालमेल बनाए रखने पर भी जोर दिया। कहा कि जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान कराया जाए और लोगों के दिलों में विश्वास कायम किया जाए। अफसरों की मीटिग के बाद एसपी फोर्स के साथ पैदल गश्त के लिए सड़क पर आ गए। करीब आठ किलोमीटर गश्त की। इस दौरान उन्होंने कई लोगों से बात भी की। लोगों को समझाया कि वे पुलिस का सहयोग करें। पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए है। अगर उन्हें कोई परेशान करता है तो पुलिस की मदद लें। अगर थाना स्तर पर सुनवाई नहीं होती है तो उन्हें अवगत कराएं। लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई होगी। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह और सहायक पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता भी उनके साथ रहे। महिलाओं की सुरक्षा पर जोर
एसपी ने पुलिस लाइन में मीडिया से भी बात की। बताया कि वह मूलरूप से पटना बिहार के रहने वाले हैं। इंजीनियरिग करने के बाद विदेशों में भी सर्विस की। 2012 बैच के आइपीएस अफसर हैं। इससे पहले वह अमरोहा, आम्बेडकर नगर, फर्रुखाबाद में पुलिस अधीक्षक और इटावा में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण उनकी प्राथमिकता है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए सहायक पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता और मिलक की सीओ सलोनी अग्रवाल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनके निर्देशन में टीमें बनाई जाएंगी जो महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम करेंगी।