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हाथी-घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की

ेरामपुर : श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार शहर में रविवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। लोगा

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Sep 2018 12:39 AM (IST)Updated: Mon, 03 Sep 2018 12:39 AM (IST)
हाथी-घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की
हाथी-घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की

ेरामपुर : श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार शहर में रविवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। लोगों ने उपवास रखकर पूजा-अर्चना की। जन्माष्टमी पर मंदिरों को फूलों और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया। मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण-राधा के स्वरुपों में सुंदर-सुंदर मनमोहक झांकियां सजाई गईं। लडडू गोपाल को झूला झुलाने के लिए रात में मंदिरों में लोगों की काफी लंबी-लंबी लाइनें लग गईं। सभी ने लाइन में लगकर बारी-बारी से लडडू गोपाल को पालने में झूला झुलाया और श्री कृष्ण जी के जमकर जयकारे लगाए। इसमें हाथी-घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की, प्रकट भयो नंदलाल के जयकारों और घंटों की ध्वनि से देर रात तक मंदिर गूंजते रहे।

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शहर में जन्माष्टमी का त्योहार हर साल काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस बार भी लोगों ने जन्माष्टमी का त्योहार काफी उत्साह के साथ मनाया। लोग इसकी कई रोज पहले से ही तैयारी कर रहे थे। रविवार को भी जन्माष्टमी की तैयारियों में लोग सुबह से ही जुट गए। पहले घरों में पूजा करने के स्थान की साफ-सफाई कर राधा-कृष्ण की मूर्तियों को स्नान कराया। उन्हें सुंदर-सुंदर वस्त्र पहनाए। मोर पंख के मुकुट, बांसुरी आदि से लडडू गोपाल और उनके पालने को सजाया गया। जन्माष्टमी का लोगों ने उपवास रखा और मंदिर में जाकर विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की। शहर में फूलों और बिजली की रंग-बिरंगी झालरों से मंदिरों को सजाया गया तथा छोटे-छोटे बच्चों की राधा-कृष्ण, सुदामा आदि की झांकियां भी सजाई गईं, जिन्हें देखने के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। लडडू गोपाल को पालना झुलाने के लिए मंदिरों में रात में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही। लोगों ने लाइन में लगकर अपनी बारी आने पर लडडू गोपाल को पालना झुलाया और भगवान श्रीकृष्ण जी को माखन मिश्री का भोग लगाया। लोगों ने भगवान श्रीकृष्ण जी के जमकर जयकारे लगाए, जिससे आसपास का वातावरण कृष्णमय हो गया। घंटों की ध्वनि और जयकारों से मंदिर परिसर देर रात तक गूंजते रहे। इसके अलावा श्रीकृष्ण और राधा की वेश-भूषा में सजे बच्चों की झांकियां भी कई मुहल्लों में सजाई गईं। मंदिरों में लड्डू गोपाल को श्रद्धालुओं ने झुलाया पालना रामपुर : श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मिस्टन गंज स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में लड्डू गोपाल को पालना झुलाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। दुर्गा देवी ज्वाला जी शक्ति दरबार के महंत पंडित विश्वनाथ प्रसाद

मिश्रा ने बताया कि जन्माष्टमी पर मंदिर में सफाई करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को नहलाकर उन्हें नए वस्त्र पहनाए और उनका विशेष श्रृंगार किया गया। अष्टमी के दिन शाम के समय लडडू गोपाल को खीरे के अंदर रखते हैं, खीरे से लडडू गोपाल को रात में 12 बजे बाहर निकाला जाता है। इसके बाद पंचामृत से उनको स्नान कराने के बाद नए वस्त्र पहनाकर श्रृंगार करते हैं। इसके बाद मिठाई, मेवा और पंजीरी से उनको भोग लगाकर झूला झुलाया जाता है। इसके बाद धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया जाता है। मंदिर परिसर में दिन में महिलाओं ने भजन-कीर्तन कर श्रीकृष्ण का गुणगान किया। इस मौके पर उमा शर्मा, राधा चंद्रा, मिथलेश चौरसिया, यशोदा, कुंती चौरसिया, गोमती देवी, राधा अग्रवाल, रचना आदि मौजूद रहे।

जन्माष्टमी पर जिला पंचायत रोड स्थित शिव मंदिर में भी सजावट की गई। मंदिर में राधा-कृष्ण की पूजा-अर्चना करने के लिए भक्तों की देर रात तक भीड़ रही।

इसके अलावा शहर के अन्य मंदिरों प्राचीन राधा-कृष्ण मंदिर, पुराना गंज स्थित हरिहर मंदिर, शक्तिपुरम स्थित श्री त्रिपुरेश्वरी शक्ति पीठ, जजेज रोड स्थित गर्वमेंट प्रेस के सामने स्थित शिव मंदिर, जोकीराम की बगिया मंदिर, कृष्णा विहार स्थित कृष्णा मंदिर, माई का थान मंदिर, चूने वाले फाटक स्थित शिव मंदिर, पीपलटोला स्थित मंदिर, चादरवाला बाग स्थित मंदिर, गुरुद्वारा मार्ग स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर, चीनी मिल स्थित मनोकामना मंदिर, आदर्श कालोनी स्थित श्री हरि मंदिर, शास्त्री नगर स्थित मंदिर, न्यू आवास-विकास स्थित नर्मदेश्वर मंदिर, फूलों वाली बगिया में भी जन्माष्टमी पर मंदिरों में सजावट हुई और अधिकतर मंदिरों में राधा-कृष्ण आदि की झांकियां सजाई गईं। श्री कृष्ण का संदेश, कर्म ही धर्म : वासंतेय श्री जितेंद्र चंद्र भारतीय महायोग शोध संस्थान में जन्माष्टमी पूजा जागरण संवाददाता, रामपुर : श्री जितेंद्र चंद्र भारतीय महायोग शोध संस्थान एवं श्री त्रिपुरेश्वरी शक्ति पीठ में जन्माष्टमी पूजन के दौरान भगवान श्री कृष्ण ¨चतन के बारे में चर्चा हुई। महायोगी एवं प्राचार्य राधे श्याम शर्मा वासंतेय ने कहा की श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर प्रत्येक व्यक्ति को कृष्ण ¨चतन करना चाहिए। विश्व में प्राप्त ऊर्जा का नाम ही परमात्मा है। यह ऊर्जा मनुष्य के भीतर भी समाहित है।

उन्होंने कहा कि कृष्ण की चेतना अविनाशी है। कृष्ण सदा से इस ब्रह्मांड में व्याप्त है। जन्माष्टमी का दिन तो केवल उनके प्रादुर्भाव का अवसर है। उन्होंने इस दिन सचेतन अवस्था में अपने स्वरूप को प्रकट किया और विश्व के कल्याण करने के कार्य करने का संदेश दिया। कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने मनुष्य को उसके जीवन के लक्ष्य का बोध कराने के लिए गीता का ज्ञान दिया। मनुष्य का सारा जीवन ही एक धर्म युद्ध है जो संस्कारों के आधार पर जीवन यापन करता है, वह तो इस धर्म युद्ध में विजयी होता है, अन्यथा पराजित होकर जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने में असफल होता है। भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि कर्म ही धर्म है। बिना कर्म के मनुष्य नहीं रह सकता है। इच्छा, ज्ञान और क्रिया यह तीनों ही मनुष्य जीवन चक्र के आधार है। ज्ञान प्राप्त करने के लिए कर्म करना पड़ता है। इसलिए मानवीय लक्ष्य की प्राप्ति की इच्छा रखना ही श्रेष्ठ है। इसी इच्छा से मनुष्य आध्यात्मिक जगत में शिखर पर पहुंच जाता है। महर्षि पतंजलि ने भी सूर्य विज्ञान के माध्यम से अष्टांग योग के साथ जीवन को सहज और उन्नत बनाने की संज्ञा दी है। मनुष्य शिशु से अंतिम यात्रा तक ज्ञान की खोज में लगा रहता है। जब श्री कृष्ण की कृपा जीव पर होती है तो उसे आत्मा का ज्ञान होता है, जो शाश्वत, सत्य, अविनाशी, शांत और निराकार है। इस ज्ञान को प्राप्त करने का प्रयास ही स्वाध्याय कहलाता है। कहा कि तप स्वाध्याय और ईश्वर प्रणिधान जीव की स्वभाविक क्रिया है। मनुष्य अपने स्थूल, सूक्ष्म और कारण शरीर की अंतर्यात्रा के पश्चात शुद्ध चैतन्य के प्रादुर्भाव में प्रवेश करता है। मन, बुद्धि, अहंकार जैसे अपने दर्शन छोड़कर शुद्ध चेतन को प्राप्त करता है। यही सत्य भगवान श्री कृष्ण ने प्रिया योगी संदीपन ऋषि से सीखा, इसी के माध्यम से उन्होंने युद्ध की विभीषिका के बीच अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया, जिसमें योग को कर्मों के कुशलता के रूप में बताया। गीता का ज्ञान जीवन के समस्त द्वंद को दूर करता है और हमारे लिए सही मार्ग प्रशस्त करता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान के लिए श्रेष्ठ भक्ति यही है कि हम गीता के ज्ञान के आधार पर अपना आचरण रखें। इस अवसर पर तमाम साधक उपस्थित रहे। कृष्ण लीला में उमड़ी भीड़ रामपुर : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में पटवाई में श्रीकृष्ण लीला चल रही है। इसमें रविवार को काफी भीड़ उमड़ी। श्री कृष्ण लीला में कृष्ण भक्ति में खोईं मीराबाई का कलाकारों द्वारा बहुत ही सुंदर ढंग से मंचन किया गया। मीराबाई ने भगवान श्री कृष्ण के प्रेम में राजपाट का त्याग कर दिया और प्रभु की भक्ति में खो गईं। उन्हें अपने भगवान पर इतना विश्वास था कि उन्होंने जहर को भी प्रसाद रूप में ग्रहण करने में कोई संकोच नहीं किया। इसे देख सभी लोगों ने जमकर श्रीकृष्ण के जयकारे लगाए, जिससे आसपास का वातावरण कृष्ण मय हो गया। इस मौके पर कृष्ण लीला के अध्यक्ष संजय यादव, व्यवस्थापक हरीश यादव, राम किशोर यादव, राजेंद्र ¨सह, हरिओम यादव, गौतम आदि मौजूद रहे। राधा-कृष्ण की मूर्ति की कराई प्राण प्रतिष्ठा रामपुर : साईं विहार कालोनी स्थित साईं मंदिर में श्री सत्य साईं एवं शिव निर्माण एवं जीर्णोद्धार समिति के अध्यक्ष प्रदीप कुमार सक्सेना एडवोकेट के परिवार की ओर से जन्माष्टमी के मौके पर श्री राधा-कृष्ण की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई। इससे पूर्व पंडित नवनीत कुमार ने विधि-विधान के साथ पूजन कराकर यज्ञ किया। इसके बाद मंदिर परिसर में भक्तों ने भजन-कीर्तन किया। इस मौके पर प्रदीप सक्सेना, दिलीप सक्सेना, धीरेंद्र सक्सेना, कौशल सक्सेना, आकाश, सौरभ, अर्जित, शिवालय, विख्यात, शिवांश, सुधीर सक्सेना, अनिल सक्सेना, मंजू सक्सेना, गीता सक्सेना, नीरा सक्सेना, कमलेश सक्सेना, मीनाक्षी, रश्मि, निहारिका, नेहा, रिचा, मीनू आदि मौजूद रहे। प्राचीन राधा कृष्ण मंदिर में हुई भजन संध्या रामपुर : प्राचीन राधा-कृष्ण मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। सुबह राधा कृष्ण का श्रृंगार किया गया। आरती के बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया। रात में भजन संध्या शुरू हुई। इसमें नंद जी के अंगना में बज रही आज बधाई, मैं तो नंद बाबा के घर जाऊंगी, अरे हां बधाई ले आउंगी, कजरारी तेरी आंखों में कुछ भरा हुआ सा टोना है, किसने किया श्रृंगार तेरा सांवरे आदि भजन गाए। इस मौके पर मधु अग्रवाल, अमिता अग्रवाल, पंडित सुनील अवस्थी, कृष्ण औतार, प्रेम अग्रवाल, अखिल अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, गिरी राज सरन अग्रवाल, मोनिका जैन, नीलम अग्रवाल, पूनम अरोरा, शशि अग्रवाल, पवन जैन, विवेक ¨सघल, नमिता ¨सहल, आशीष ¨जदल आदि मौजूद रहे। स्कूलों में जन्माष्टमी पर हुए कार्यक्रम जागरण संवाददाता, रामपुर : शहर के विभिन्न स्कूलों में रविवार को अवकाश के बावजूद श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कार्यक्रम हुए। इसमें छोटे-छोटे बच्चों ने राधा-कृष्ण की वेशभूषा में नृत्य कर सभी का मन मोह लिया। स्कूलों में दही हांडी भी फोड़ी। फ‌र्स्ट इम्प्रेशन पब्लिक स्कूल में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। इसमें राधा-श्रीकृष्ण की वेशभूषा में सजे बच्चों ने राधा-कृष्ण के गीतों पर जमकर नृत्य किया। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया साथ ही अभिभावकों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।

इस मौके पर प्रधानाचार्य मीनाक्षी सक्सेना, प्रबंधक अतुल ¨सह, प्रियांशी शर्मा, अनुसुइया डिमरी, राखी ¨सह, शिवानी गौर, रीमा वर्मा, शैलजा ठाकुर, वंदना, मुस्कान, चांदनी श्रीवास्तव, वर्षा, अनुज आदि मौजूद रहे।स्मार्ट इंडियन मॉडल स्कूल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गो¨वद बोलो, हरि गोपाल बोलो भजन से हुई। केजी के बच्चों ने फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। भगवान श्री कृष्ण की झांकियों ने सभी का मन मोह लिया। इस मौके पर डायरेक्टर शरद गुप्ता, उप प्रधानाचार्य मंजरी गुप्ता, नुपुर चंद्रा, शालिनी रस्तोगी, ज्योति खत्री, ¨पकी यादव, नीतू सागर, सायमा, दीपा, सुमन, तनु, रोली, सपना आदि मौजूद रहीं। पूजन सामग्री की दुकानों पर रही भीड़ रामपुर : जन्माष्टमी पर बाजारों में जगह-जगह पूजन सामग्री, श्रीकृष्ण के पूजा कैलेंडर, फोटो, लडडू गोपाल का झूला, बांसुरी, वस्त्र आदि की दुकानें सजी हैं। वहीं लडडू गोपाल को मेवा, मिश्री का भोग लगाया जाता है इसके लिए मेवे की दुकानों पर भी भीड़ रही। रविवार को जन्माष्टमी की तैयारियों के चलते सुबह से देर रात तक लोगों ने फल, मिठाई, मेवे, फूल आदि की जमकर खरीदारी की।


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