डाकघर से गंगाजल लाकर जलाभिषेक कर सकेंगे शिवभक्त
भास्कर सिंह रामपुर कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सरकार ने इस बार कांवड़ लाने
भास्कर सिंह, रामपुर : कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सरकार ने इस बार कांवड़ लाने पर रोक लगा दी है। ऐसे में सालों से ब्रजघाट, हरिद्वार आदि स्थानों से गंगाजल लाकर जलाभिषेक करने वाले शिव भक्त मायूस हैं। उनकी इस परेशानी का समाधान डाक विभाग ने कर दिया है। डाक विभाग ने इन शिव भक्तों के लिए मुख्य डाकघर में विशेष काउंटर बनाया है, जहां उन्हें गंगाजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जल्द ही जिले के दूसरे डाकघरों से भी गंगाजल उपलब्ध होने लगेगा। इसके बाद श्रद्धालु डाकघर से गंगाजल लाकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर सकेंगे। गंगोत्री से मंगाया गया है गंगाजल
सहायक डाक अधीक्षक शिव प्रसाद बताते हैं कि मुख्य डाकघर में उपलब्ध गंगाजल गंगोत्री से मंगाया गया है। यह बंद बोतल में उपलब्ध है। एक बोतल में 250 एमएल गंगाजल है, जिसकी कीमत 30 रुपये रखी है। यह गंगाजल किसी भी कार्यदिवस में दिया जाएगा। सावन माह में अभी तक 50 लोग गंगाजल ले जा चुके हैं। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए विशेष काउंटर बना दिया है, जहां एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। सावन में गंगाजल से करना चाहिए शिव का अभिषेक
पंडित नवनीत शर्मा का कहना है कि सावन माह में शिवलिग पर गंगाजल से अभिषेक करने का विशेष महत्व है। हजारों वर्ष पहले क्षीर मंथन के दौरान निकले विष को भगवान शिव ने धारण किया था। माना जाता है कि सावन माह में गंगाजल से शिव का अभिषेक करने से विष की शक्ति क्षीण हो जाती है। इसके अलावा हिदू धर्म में गंगाजल को पवित्र माना गया है, इसलिए पूजा-पाठ हो या कोई भी अनुष्ठान सबसे पहले जल से पूजन सामग्री और पूजा करने वाले को शुद्ध किया जाता है। मृत्यु के समय मुंह में गंगाजल रखने आत्मा शरीर से निकलते समय अधिक कष्ट नहीं होता है।