शहर नामा: लॉकडाउन के बीच बहुत याद आ रही कामवाली
शहर नामा लॉकडाउन के बीच बहुत याद आ रही कामवाली
कोरोना संक्रमण से लॉकडाउन में अमीर हो या फिर गरीब हर कोई घर पर है। बड़े-बड़े धन्ना सेठ अब ऐसे काम कर रहे हैं, जो उन्होंने पहले कभी नहीं किए। वे काम भी उन्हें खुद करने पड़ रहे हैं, जिन कामों के लिए उनके घरों में कई-कई नौकर चाकर लगे हुए हैं। अब लॉक डाउन के चलते नौकर और घर पर काम करने वाली पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसलिए उन्हें ही सब कुछ करना पड़ रहा है। यहां तक कि बाथरूम भी खुद साफ करना पड़ रहा है। कई लोग तो ऐसे भी हैं जो पत्नियों के साथ रसोई में काम कर रहे हैं। कामवाली की कितनी अहमियत है यह बात मैम साहब को अब पता चल रही है। जिस कामवाली को वे जरा जरा सी बात पर डांट देती थी, अब उसकी याद सता रही है कि कितना काम करती थी। उसका अहमियत पर चर्चा जरूर होती है।
बुरे फंस गए साहब
लॉकडाउन के चलते बड़े-बड़े लोग घरों में ही कैद होकर रह गए हैं लेकिन, एक साहब है कि मानते ही नहीं। ऐसे हालात में भी मॉर्निंग वॉक के लिए निकल रहे हैं। कई दिन से रोज मार्निंग वॉक करते देख इनके एक मातहत ने ही बड़े हाकिम से शिकायत कर दी। बताया कि उनके साहब रोज सुबह घर से निकल जाते हैं और गांधी समाधि के आसपास मॉर्निंग वॉक करते हैं। हाकिम ने मामले की जांच पड़ताल के लिए दो प्रशासनिक अफसरों को लगा दिया। अफसर वहां पहुंच गए तो शिकायत सही मिली। विकास विभाग के साहब एक चेले के साथ मॉर्निंग वॉक करते मिल ही गए। जांच को पहुंचे अफसरों ने उनको रोक लिया। जमकर खरी-खोटी सुनाई। अब तो साहब गिड़गिड़ाने लगे और बोले आइंदा ऐसा नहीं होगा। इसके बाद ही उन्हें छोड़ा गया। उन्हें देखकर माहतहत बोले, जान बची तो लाखों पाए, लौट के बुद्धू घर को आए। हवालात जाते-जाते बचे साहब
कोरोना से बचने के लिए शासन और प्रशासन पूरी ताकत लगाए हुए है। प्रधानमंत्री ने पूरे देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया है। इसका नवाबों के शहर में भी इसका पूरी तरह अनुपालन कराया जा रहा है। साफ सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है लेकिन, शहर की सफाई व्यवस्था के लिए जिम्मेदार अफसर ही लापरवाह बने हुए हैं। उनकी लापरवाही इस हद तक पहुंच गई कि हाकिम के आदेश के बाद भी सफाई कराने घर से नहीं निकले तो वे खफा हो गए और नगर की सरकार को चलाने वाले साहब को पुलिस से पकड़वाकर बुलवा लिया। करीब आधे घंटे तक उनको शहर कोतवाली में बैठाए रखा। हवालात से बस थोड़ी ही दूरी बची थी। हालात को भांपने पर साहब गिड़गिड़ाने लगे। यह देख अफसरों को तरस आ गया और फिर उन्हें कोतवाली से छोड़ दिया गया। साहब का हवालात जाते-जाते बचना खूब चर्चा में है।
अल्लाह जाने क्या होगा आगे
कोरोना वायरस के लॉकडाउन में समझदार लोग तो घरों से नहीं निकल रहे हैं लेकिन, कुछ नादान अब भी घरों से निकलने की हिमाकत कर रहे हैं। बिना वजह सड़कों पर घूम रहे हैं। एक साहब तो गाड़ी लेकर शहर की सड़कों पर निकल लिए और तेज आवाज में डैक भी बजाने लगे। ऐसा करते हुए उनपर पुलिस की नजर पड़ गई। उनकी गाड़ी सीज करने के साथ ही मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है। कुछ लोग पाबंदी के बाद भी धार्मिक स्थलों में जाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर प्रशासन जुर्माना भी डाल चुका है, फिर भी बाज नहीं आ रहे हैं। प्रशासन जेल भेजने की चेतावनी देकर मौके पर कार्रवाई तक कर रहा है। अफसरों की इस चेतावनी और एक्शन से अब तो बेवजह घूमने वाले सहम गए हैं। अब कह रहे हैं अल्लाह जाने क्या होगा आगे, मौला जाने क्या होगा आगे।