सिहारी बिजलीघर क्षेत्र के डेढ़ सौ गांव में छाया अंधेरा
अगर बारिश नहीं रुकी तो बुधवार को पेड़ों को हटवाने के बाद बिजली सप्लाई चालू की जाएगी।
मिलक, जासं : बिजली की हाईटेंशन लाइन पर सोमवार की रात दो स्थानों पर पेड़ गिरने के बाद से क्षेत्र के लगभग डेढ़ सौ गांव की बिजली सप्लाई ठप हो गई। मंगलवार को मरम्मत को गए कर्मचारी बारिश के कारण लाइनों पर से पेड़ नहीं हटा सके। अधिकारियों का कहना है कि बुधवार को पेड़ हटवाकर मरम्मत कार्य कराया जाएगा। सोमवार की रात से बिजली न आने से क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
तहसील क्षेत्र के सिहारी बिजलीघर को रामपुर से जोड़ने वाली हाईटेंशन बिजली की लाइन पर सोमवार की रात 10:30 बजे दो स्थानों पर पेड़ गिर गए। इसके बाद विद्युत विभाग ने बिजली की सप्लाई बंद कर दी। इससे बिजलीघर से जुड़े डेढ़ सौ गांव में अंधेरा छा गया। मंगलवार की सुबह बिजली कर्मचारी क्षतिग्रस्त हुए लाइनों की मरम्मत के लिए मौके पर पहुंचे। पूरे दिन बारिश होने के कारण बिजली कर्मचारी तारों पर गिरे पेड़ों को नहीं हटा सके। जिससे मंगलवार की शाम तक बिजली सप्लाई शुरू नहीं हो सकी। सिहारी बिजलीघर से जुड़े सिमरा, लखीमपुर, रहसेना, पुरैनिया, रास डांडिया, भंवरका, सिलईबड़ा गांव, पुरनापुर, हरदुआ, हरदासपुर, खमरिया, दुलीचंदपुर, रठौंडा, खाता चितामन, जाफराबाद, पीपलसाना, पुरैनिया जदीद, रजपुरा, कल्याणपुर, मैनी, एमी, निपनिया आदि डेढ़ सौ गांवों की सप्लाई ठप पड़ी है। जेई भूपेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार की रात धमोरा-खाता चितामन के बीच और श्यामपुर के पास हाईटेंशन लाइन पर पेड़ गिर गए। इसके बाद बिजली सप्लाई बंद कर दी थी। मंगलवार की सुबह बिजली कर्मचारियों को तारों पर गिरे पेड़ों को हटाने के लिए भेजा था, लेकिन पूरे दिन बारिश होने के कारण शाम चार बजे तक पेड़ नहीं हट सके। अगर बारिश नहीं रुकी तो बुधवार को पेड़ों को हटवाने के बाद बिजली सप्लाई चालू की जाएगी।