एक माह में सात हजार ने पार की लक्ष्मण रेखा
लॉकडाउन वाहन लेकर निकलने वालों से वसूला 9.59 लाख रुपये जुर्माना 162 मुकदमे दर्ज कर 600 लोग किए गिरफ्तार 5202 वाहनों का चालान 895 वाहन किए सीज फोटो- 4 23
जागरण संवाददाता, रामपुर : कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन उस लक्ष्मण रेखा के समान है, जिसके अंदर रहकर हम कोरोना से सुरक्षित रह सकते हैं। जब देश के प्रधानमंत्री जनता से हाथ जोड़कर लॉकडाउन का पालन करने की अपील करें तो समझ लेना चाहिए कि कोई बड़ा संकट है। लॉकडाउन का महत्व लोगों को समझाने के लिए सोशल मीडिया पर इस तरह की कई अपील हुईं। लॉकडाउन को एक माह बीत चुका है। इस दौरान जिले की ज्यादातर जनता ने लॉकडाउन का पालन किया, लेकिन ऐसे लोगों की भी संख्या हजारों में पहुंच गई, जिन्होंने इस लक्ष्मण रेखा को पार कर दिया। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस ने सख्ती की। लॉकडाउन में घरों से बाहर निकलने पर पुलिस ने सात हजार लोगों पर कार्रवाई की है। वर्तमान समय में पूरा विश्व कोरोना वायरस के प्रकोप से प्रभावित है। इससे निजात पाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। 24 मार्च को प्रधानमंत्री ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की। लॉकडाउन का पालन कराने में पुलिस की अहम भूमिका रही। बिना वजह बाहर निकलने वालों को प्यार से समझाया। नहीं मानने पर डंडे भी लगाए, मगर कुछ लोगों पर इसका असर नहीं हुआ। तब पुलिस को मजबूरन मुकदमे दर्ज करने पड़े। एक माह की इस अवधि में जिले के विभिन्न थानों में लॉकडाउन का उलंघन करने के आरोप में 162 मुकदमें दर्ज किए गए। इन मुकदमों में 600 की गिरफ्तारी भी की गई। इसी तरह लॉकडाउन में वाहन लेकर घूमने वालों की भी बड़ी तादाद रही। पुलिस ने एक माह में 895 वाहनों को सीज किया। 5202 वाहनों का चालान किया। 9.59 लाख रुपये शमन शुल्क वसूला। कोरोना हारेगा तभी, जब घर में रहेंगे सभी
पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम का कहना है कि हम इस महामारी से तब ही जीत सकते हैं, जब सभी लॉकडाउन का पालन करेंगे और घर में रहेंगे। इसके लिए हमारी पुलिस शुरू से ही लोगों से गांव-गांव जाकर अपील कर रही है कि घर में रहें और सुरक्षित रहें। कोई बिना वजह घर से बाहर न निकले। यदि आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति है जो बाहर से आया है तो उसकी सूचना पुलिस या स्वास्थ्य विभाग को जरूर दें, ताकि उसकी जांच कराई जा सके। यदि कोई लॉकडाउन का उल्लंघन करेगा तो उससे सख्ती से निबटा जाएगा।