रविदास जयंती के अवसर पर हुई संगोष्ठी
रविदास जयंती के अवसर पर हुई संगोष्ठी
जागरण संवाददाता, रामपुर : राजकीय रजा स्नातकोत्तर महाविद्यालय के उर्दू विभाग के तत्वावधान में रविवार को उर्दू कथा साहित्य के प्रसार में रुहेलखंड का योगदान विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान संत रविदास जयंती भी मनाई गई। सभी ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
मुख्य अतिथि जामिया मिल्लिया इस्लामिया नई दिल्ली के फारसी विभाग के प्रभारी प्रोफेसर इराक रजा जैदी ने उर्दू कथा साहित्य के फरोग में रुहेलखंड के योगदान पर रोशनी डाली। साथ ही रामपुर तथा आसपास के जिलों की महत्वपूर्ण भूमिका से भी रूबरू किया।
उसमानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद उर्दू विभाग की पूर्व प्रभारी फातिमा बेगम ने उर्दू कथा साहित्य को व्यापक रूप से प्रचारित, प्रसारित एवं लोकप्रिय बनाने में रुहेलखंड क्षेत्र के अहम योगदान को रेखांकित किया।
रजा लाइब्रेरी के निदेशक प्रोफेसर सैयद हसन अब्बास ने उर्दू नॉवेल की पृष्ठभूमि को संक्षेप में प्रस्तुत करते हुए उसकी गहरी सामाजिक संबद्धता पर प्रकाश डाला।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.पीके वाष्र्णेय ने उर्दू कथा साहित्य में रुहेलखंड क्षेत्र के योगदान से संबंधित अध्ययन के अहम पहलुओं को उजागर करने की बात की। संचालन संयोजक डॉ.अरशद रिजवी तथा डॉ.जहांगीर अहमद खां ने किया।
इस मौके पर प्रोफेसर अब्बास रजा नैयर, अजहर इनायती, एस फजीलत, शकील गौस, डॉ.किश्वर जैदी, डॉ.रेहान हसन, डॉ.राजिया परवीन, डॉ.जहीर रहमती, डॉ.ऐहतशाम अब्बास हैदरी, डॉ.विनीता सिंह, डॉ.सहदेव, डॉ.अरुण कुमार, डॉ.जेबी नाज, डॉ.रेशमा परवीन, डॉ.बेबी तबस्सुम, डॉ.आरके सागर आदि मौजूद रहे।