चंद्रयान-2 की लांङ्क्षचग में रामपुर के संदीप भी Moradadab News
अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-2 को रविवार की देर रात अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
जागरण संवाददाता रामपुर। अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-2 को रविवार की देर रात अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। इस कामयाबी में इसरो के अन्य वैज्ञानिकों के साथ ही रामपुर के संदीप चौहान का भी योगदान होगा, जो शहर के लिए गौरव की बात है। संदीप इससे पहले चंद्रयान-1 के प्रेक्षपण में योगदान दे चुके हैं। उनकी इस कामयाबी से परिवार में खुशी की लहर है।
संदीप के पिता सीआरपीएफ रामपुर में हवलदार थे। उनके बड़े भाई डॉ. कुलदीप चौहान परिवार के साथ साईं विहार में रहते हैं। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-2 चंद्रमा के बारे में समझ सुधारने में मदद मिलेगी। संदीप ने चंद्रयान-2 का बेस तैयार किया है। साथ ही लांङ्क्षचग पैड, व्हीकल और व्हीकल फ्यूलिजन तैयार करने वाली टीम में वह शामिल रहा। संदीप की बेसिक शिक्षा सीआरपीएफ स्थित केंद्रीय विद्यालय से हुई थी। वर्ष 1995 में इंटर करने के बाद पॉलीटेक्निक से डिप्लोमा किया। वर्ष 2004 में पंजाब संत लोनेवाल इंजीनियङ्क्षरग कालेज से बीई किया और 2008 में इसरो में बतौर वैज्ञानिक चयनित हुए।