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रामपुर रजा लाइब्रेरी अब पेंटिग्स भी बेचेगी

रामपुर अपने किताबी खजाने के लिए दुनियाभर में मशहूर रजा लाइब्रेरी में किताबों और पांडुलिपियों के साथ ही वेशकीमती पेंटिग्स भी हैं। यहां नूरजहां की शिकार के दौरान बंदूक साफ करती नायाब पेंटिग है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 12:10 AM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 12:10 AM (IST)
रामपुर रजा लाइब्रेरी अब पेंटिग्स भी बेचेगी
रामपुर रजा लाइब्रेरी अब पेंटिग्स भी बेचेगी

रामपुर: अपने किताबी खजाने के लिए दुनियाभर में मशहूर रजा लाइब्रेरी में किताबों और पांडुलिपियों के साथ ही वेशकीमती पेंटिग्स भी हैं। यहां नूरजहां की शिकार के दौरान बंदूक साफ करती नायाब पेंटिग है। इसके अलावा सुमेरचंद की सोने के पानी से फारसी में लिखी रामायण में भी उसी दौर की पेंटिग्स है। अब इनकी कापी तैयार कर बेचने की तैयारी है। इसे लाइब्रेरी बोर्ड की अध्यक्ष एवं प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी मंजूरी दे दी है।

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रजा लाइब्रेरी में करीब पांच हजार पेंटिग्स हैं। कई पेंटिग्स तो अनमोल हैं। मंडलायुक्त आनंजनेय कुमार सिंह रामपुर में जिलाधिकारी रहते रजा लाइब्रेरी के डायरेक्टर भी रहे। तब उन्होने लाइब्रेरी के किताबी खजाने का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को पहुंचाने के लिए बहुत काम किए। उन्होंने पेंटिग्स को भी आम आदमी की पहुंच तक पहुंचाने का प्रयास किया। इसके लिए लाइब्रेरी बोर्ड में प्रस्ताव भी रखा। उनका कहना कि बोर्ड की अध्यक्ष एवं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने इसे मंजूरी दे दी है। लाइब्रेरी पेंटिग्स की कापी तैयार कर बेच सकती है। इसके लिए लोगों को लाइब्रेरी के अकाुउंट में निर्धारित धनराशि जमा करना होगी। उन्होंने बताया कि लाइब्रेरी में कई बहुत अच्छी पेंटिग्स हैं। नूरजहां की भी नायाब पेंटिग है। नूरजहां को शिकार का शौक था। एक बार उन्होंने आदमखोर बाघ को भी मार गिराया था। लाइब्रेरी में उनकी जो पेंटिग है,उसे 17वीं शताब्दी में उस जमाने के मशहूर पेंटर अबुल हसन ने बनाया था। लाइब्रेरी में अकबर की पर्सनल एलबम भी है, उसमें तमाम राशियों की पेंटिग है। इनमें उस दौर के रहन सहन, और खानपान आदि को दर्शाया गया है। 258 पेंटिग्स ऐसी हैं, जिनमें औरंगजेब के दौर के तौर-तरीकों को दर्शाया गया है।

सुमेरचंद की फारसी में लिखी रामायण भी है। इसके शुरू के पेज सोने के पानी से लिखे हैं। इसमें उसी दौर की पेंटिग्स हैं। लाइब्रेरी में कुल पांच हजार पेंटिग हैं। इनमें चार हजार छोटी और एक हजार बड़ी पेंटिग हैं। नवाबों की धरोहर है लाइब्रेरी

रजा लाइब्रेरी रामपुर के नवाबों की अमूल्य धरोहर है। नवाबों को किताबों के साथ ही पेंटिग का शौक था। अब इनकी संपत्ति के बंटवारे की प्रक्रिया चल रही है। पूरी संपत्ति का मूल्यांकन कराया गया। कुल संपत्ति 2,600 करोड़ से ज्यादा की है। इसमें करीब 23 करोड़ की पेंटिग भी शामिल बताई गई हैं।


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