परचून की दुकानों में राशन खत्म, ग्रामीणों को हो रही दिक्कत
परचून की दुकानों में राशन खत्म ग्रामीणों को हो रही दिक्कत
जागरण संवाददाता, मिलक : लॉकडाउन के कारण मार्गों पर वाहनों का चलना प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके साथ ही लोगों को घर में रहने की हिदायत दी गई है। दुकानें और कारखाने बंद करने के आदेश जारी किए हैं। शहरों में निवास करने वाले लोगों को डोर टू डोर राशन की होम डिलीवरी देने की व्यवस्था की गई है। वॉलिटियर द्वारा लोगों के खाने-पीने की जरूरतों का सामान उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके साथ ही दवाइयां, रसोई गैस, फल और सब्जियां भी पहुंचाई जा रही हैं। लेकिन ग्रामीणों के लिए ऐसा कुछ नहीं है। गांव के लोग परचून की दुकानों से खाद्य सामग्री खरीदते हैं। लॉकडाउन के पांच दिन में गांव में स्थित दुकानों पर राशन खत्म हो गया है। दुकानदार राशन खरीदने के लिए कस्बा या शहर नहीं जा पा रहे हैं। शासन द्वारा वाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर पर, हेल्पलाइन नंबर, राशन विक्रेता, दवाइयां, दूध, सब्जी विक्रेताओं के फोन नंबर जारी किए हैं।
गांव निवासी भजनलाल प्रजापति ने बताया कि उनकी गांव में परचून की दुकान है। दुकान में अधिकतर सामान खत्म हो चला है। राशन और दैनिक उपयोग के सामान को खरीदने के लिए नगर नहीं जा पा रहा हूं। घर से बाहर निकलो तो सड़क पर मौजूद पुलिस वापस भेज देती है। फोन नहीं कर सकते क्योंकि, गांव का मोबाइल टावर खराब है। अब हम किस तरह राशन मंगवाएं और ग्रामीणों को राशन बेचें? ग्रामीणों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भजनलाल की तरह गांव में अन्य दुकानदारों की भी यही आपबीती है। अधिकतर किराना दुकानों का राशन खत्म होने जा रहा है। ग्रामीण दाल, मिर्च, मसाले, साबुन, तेल और नमक को गांव की किराना दुकानों से ही खरीदते हैं। अब ग्रामीणों के आगे राशन खरीदने की किल्लत पैदा हो गई है।