धान की तौल के लिए कई स्थानों पर अभी तक नहीं लगे क्रय केंद्र
20 से 50 गांवों अभी तक सरकारी क्रय केंद्र का पता ही नहीं 01 अक्टूबर से तौल शुरू मगर कुछ स्थानों पर क्रय केंद्रों का भी पता नहीं
जागरण संवाददाता, रामपुर: भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हसीब अहमद ने कहा कि सरकार की निगाह में एक अक्टूबर से धान की तौल शुरू कर दी गई है, लेकिन कुछ स्थानों पर अभी तक क्रय केंद्रों का भी पता नहीं है। वह सैदनगर में ब्लॉकाध्यक्ष बलजीत सिंह के आवास पर हुई पंचायत में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सैदनगर ब्लॉक का क्षेत्र बहुत बड़ा है लेकिन ब्लॉक के आस-पास के क्षेत्र में लगभग 20 से 50 गांवों अभी तक सरकारी क्रय केंद्र का पता ही नहीं है। किसान अपना धान कटवाकर दलालों को बेचने को मजबूर हैं। उन्हें अभी तक यही नहीं पता कि सरकार द्वारा क्रय केंद्र भी बनाए जाते हैं, क्योंकि उनके क्षेत्र में कोई क्रय केंद्र ही नहीं है। मंडी जाकर भी मजबूरन आधे दामों पर धान बेचने पड़ रहे हैं। कोई क्रय केंद्र आवंटित हुआ भी है तो वहां कोई तौल ही नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा कुछ घोटालेबाज कंपनियों को भी तौल क्रय केंद्र दिए गए हैं, उनके सेंटर शाहबाद जैसे क्षेत्र में हैं जहां धान की फसल बहुत कम है। वह कंपनियां दूसरे जनपदों से धान खरीद रही हैं और यहां पर आकर उन क्रय केंद्रों पर तौल दिखा रही हैं। ऐसी कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी जरूरी है। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के मानकपुर बंजरिया, सरावा, नया गांव, बैंजनी, सरकड़ी, अलीपुरा आदि गांवों के किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानी और उनको जल्द से जल्द समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान दीपांशु चौधरी, सुंदर सिंह, पृथि सिंह, मयंक चौधरी, डॉ.हशमत, शुएब अली, टीकाराम, इमरान अली आदि रहे।