मुआवजा न दिए जाने के विरोध में किसानों ने किया प्रदर्शन
मुआवजा न दिए जाने के विरोध में किसानों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, रामपुर : भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता के कार्यकर्ताओं ने किसानों को बर्बाद हुई फसल का मुआवजा न मिलने के विरोध में तहसील सदर परिसर में प्रदर्शन किया। इसके बाद समाधान दिवस में पहुंच एडीएम राजस्व रामभरत तिवारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में समस्या के शीघ्र निदान की मांग की है।
इस अवसर पर युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष उस्मान अली पाशा ने कहा कि जिले में 14 दिसंबर की रात में ओलों के साथ भीषण बारिश हुई थी। इसमें किसानों की रबी की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। उसके बाद दो बार और बारिश हुई। जिसके कारण किसानों की रही-सही उम्मीद भी खत्म हो गई। उधर बैंक और तहसील कर्मी किसानों पर वसूली के लिए बराबर दबाव बनाए हुए हैं। उनके द्वारा किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
इधर प्रशासन बीमा कंपनियों से किसानों को मुआवजा दिलवाने में नाकाम साबित हो रहा है। 18 दिसंबर को किसान दिवस के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने बीमा कंपनियों को आदेश दिए थे। कहा था कि एक सप्ताह के अंदर सर्वे करवा कर किसानों को राहत दी जाए।
इसके बावजूद आज तक बीमा कंपनी सर्वे नहीं कर पाई है। इससे प्रतीत होता है कि या तो प्रशासन की बीमा कंपनियों के आगे कुछ चल नहीं रही या फिर वह जानबूझ कर कंपनियों को लाभ पहुंचाना चाहता है। इस स्थिति में किसानों के आगे आत्महत्या के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वसूली स्थगित करके बीमा कंपनियों से किसानों को मुआवजा नहीं दिलवाया गया तो किसान चुप नहीं बैठेंगे। पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद किसान तहसील सभागार में पहुंचे और अपर जिलाधिकारी से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। मोहम्मद फैजान, मोहम्मद जाहिद, ओमवती, आशा, मीना, इरशाद अली, शारिक अली पाशा व नूर मोहम्मद आदि रहे।