बारिश के बाद बिजली आपूर्ति बाधित रहने से परेशानी
स्वार में बारिश के कारण नगर समेत ग्रामीण क्षेत्र की विद्युतापूर्ति चरमराकर रह गई है। जगह-जगह फाल्ट हो गए हैं। बिजली कर्मचारी उन्हें ठीक करने के लिए ब्रेक डाउन लेते हैं। बिजली की आंख-मिचौली से परेशान क्षेत्र के लोगों ने जिलाधिकारी से शेडयूल के हिसाब से बिजली आपूर्ति दिलाए जाने की मांग की है।
स्वार में बारिश के कारण नगर समेत ग्रामीण क्षेत्र की विद्युतापूर्ति चरमराकर रह गई है। जगह-जगह फाल्ट हो गए हैं। बिजली कर्मचारी उन्हें ठीक करने के लिए ब्रेक डाउन लेते हैं। बिजली की आंख-मिचौली से परेशान क्षेत्र के लोगों ने जिलाधिकारी से शेडयूल के हिसाब से बिजली आपूर्ति दिलाए जाने की मांग की है।
लोगों का कहना है कि नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के आने व जाने का कोई निश्चित समय नहीं है। कभी लोकल फाल्ट तो कभी ब्रेक डाउन के चलते बिजली व्यवस्था का बुरा हाल है। दिन में बिजली न मिलना एवं देर रात में बिजली आने के बाद सुबह गायब होने का क्रम सप्ताहभर से जारी है। नगर समेत क्षेत्र के दूंदावाला, नानकार रानी, मीरापुर मीरगंज, समोदिया, नरपतनगर, मिलक काजी, गोविदपुरा, मिलकताज खां, हमीरपुर, रायपुर चुन्नावाला, पुस्वाड़ा, मिलकखानम, दूंदावाला, गिजपुरा, आरसल पारसल, रजानगर, डिलारी समेत दर्जनों गांव में रात दिन हो रही अंधाधुंध बिजली कटौती ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि नगर को 20 घंटे व ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे तक बिजली आपूर्ति की जाए। मगर अधिकारियों की लापरवाही के चलते बिजली व्यवस्था चरमराकर कर रह गई है। एसडीओ भगवंत सिंह ने बताया कि क्षेत्रवासियों को शेडयूल के हिसाब से बिजली आपूर्ति मिल सके, इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। बिजली की अंधाधुंध कटौती के चलते क्षेत्रवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लगातार मांग के बावजूद समस्या ज्यों की त्यों बनी है।
लईक गोल्डन। बिजली आने व जाने का कोई समय नही है। इसके चलते उपभोक्ता बिजली का मुंह ताकते रहते हैं। बिजली विभाग के कर्मचारी फाल्ट का बहाना बनाकर टाल देते हैं।
इंतजार हुसैन। सरकार द्वारा नगर को 20 घंटे व ग्रामीण क्षेत्रों को 18 घंटे बिजली देने के निर्देश दिए गए हैं। मगर बिजली विभाग के अधिकारी सरकार के आदेशों का पालन नहीं कर रहे।
हाफिज जमील अहमद। क्षेत्र में शेडयूल के हिसाब से बिजली नहीं मिल पा रही है। इस कारण मोबाइल, इवर्टर, वाशिग मशीन, प्रेस आदि बिजली के उपकरण शोपीस बनकर रह गए हैं।
सलीम अहमद।