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CAA Protest : रामपुर में सहमी जिंदगी, घरों में कैद रहे लोग Rampur News

इंटरनेट खराब होने से भी लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। क्या कारोबारी क्या सरकारी सारे कामकाज इसके चलते ठप पड़े रहे।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 08:40 AM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 08:40 AM (IST)
CAA Protest :  रामपुर में सहमी जिंदगी, घरों में कैद रहे लोग  Rampur News
CAA Protest : रामपुर में सहमी जिंदगी, घरों में कैद रहे लोग Rampur News

रामपुर, जेएनएन। नागरिकता संशोधित कानून को लेकर प्रदेश भर में लगी आग से रामपुर भी अछूता नहीं रहा। प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी नगर के एक मुहल्ले में उपद्रवी नहीं माने और बवाल कर डाला। हाथीखाना चौराहे पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हुए और देखते ही देखते उपद्रव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस बल को उनका सामना करने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा। उधर यहां पर बवाल की खबर मिलते ही नगर में दहशत का सा माहौल छा गया। लोग घरों में सिमट कर रह गए। सड़कें, चौराहे, यहां तक कि नेशनल हाईवे भी सूने-सूने से नजर आए। पुलिस ने रोडवेज बसों आदि को भी सावधानी के चलते नगर में प्रवेश नहीं करने दिया। उन्हें बाईपास से गुजारा गया। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

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उग्र हो गई भीड़ 

शुक्रवार को प्रदेश भर में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर मुखर हुए लोग उग्र हो उठे थे। तमाम जिलों में आगजनी और पथराव की घटनाएं जम कर हुई थीं। इससे जिले में पहले ही दहशत का माहौल था। लोग लगातार यहां पर शांति रहने की दुआएंं कर रहे थे। रामपुर में उलमाओं ने शनिवार को बंद रखने के साथ ही ईदगाह में जलसे की घोषणा कर रखी थी। प्रशासन की ओर से भी पूरे प्रयास किए जा रहे थे कि जिले का माहौल खराब न हो। धारा 144 लागू कर लोगों को चेता दिया गया था कि भीड़ जमा करने या शांति भंग करने पर बख्शा नहीं जाएगा। 

डीएम ने उलमा के साथ की थी बैठक 

जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार ङ्क्षसह ने लगातार दो दिन उलमाओं संग बैठक भी की थी। उसमें उनसे शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की थी। शुक्रवार को दोपहर में हुई बैठक में प्रशासन द्वारा एक बार फिर  ईदगाह में पूर्व घोषित कार्यक्रम को रद करने की अपील की, जिस पर उन्होंने दोबारा मीङ्क्षटग कर बताने को कहा था। शाम को दोबारा प्रशासन और उलमाओं की बैठक में उन्होंने कार्यक्रम रद करने से इन्कार कर दिया था। इधर प्रशासन ने कहीं भी भीड़ जमा न होने देने के आदेश दे दिए। प्रशासन की सतर्कता के चलते हालांकि वह कार्यक्रम तो नहीं हो सका। हाथीखाना चौराहे पर बवाल हो गया। यहां जमकर पत्थरबाजी, आगजनी और फायङ्क्षरग हुई। 

खुदा का वास्ता देने पर बंद की पत्थरबाजी

सुबह में 11 बजे अचानक बहुत सारे लोग हाथीखाना चौराहे पर इक_ा होने लगे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने पथराव करना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस के हाथ पांव फूल गए, लेकिन चूंकि पुलिस भी हर स्थिति से निपटने के लिए पहले ही तैयार थी सो जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया। इस दौरान उपद्रवियों को खदेडऩे के लिए पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी। इस पर वे नहीं रुके तो आंसू गैस का भी सहारा लेना पड़ा। दोपहर एक बजे तक रुक-रुक तक पथराव की स्थिति बनी रही। हार कर प्रशासन को उलेमाओं से संपर्क करना पड़ा, जिस पर कुछ धर्मगुरू मौके पर पहुंचे। उन्होंने उपद्रव कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। बाद में किसी प्रकार अल्लाह का वास्ता दे कर धर्मगुरुओं ने उन्हें रोका। तब कहीं जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली। 

सड़के रहीं सुनसान, घरों में दुबके रहे लोग

रामपुर : नगर में बाजार सुबह से ही बंद था। माहौल खराब होने का अंदेशा होने के चलते ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी नगर में नहीं पहुंचे थे। यहां तक कि दूध वाले भी दूध लेकर अपने ग्राहकों तक नहीं पहुंच सके। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं नगर के लोग भी सावधानी के चलते घरों से नहीं निकले थे। वे ही व्यक्ति घर से बाहर निकल कर आए, जिनका निकलना बहुत आवश्यक था। उधर जैसे ही नगर में माहौल खराब होने की सूचना लोगों को मिली, तो अचानक दहशत का सा माहौल पैदा हो गया। जो लोग घरों से बाहर थे, वे जल्दी-जल्दी घरों की ओर दौड़ पड़े। इस दौरान हर गली-चौराहे पर शस्त्रों से लैस फोर्स के जवान मुस्तैद नजर आए। नगर के अंदर रोडवेज बसों का प्रवेश न होने से रोडवेज बस स्टॉप पर भी रौनक गायब रही। वहीं निजी वाहन भी सड़क पर नजर नहीं आए। इससे यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। 


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