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नहीं पहुंच रहे किसान, सूने पड़े धान क्रय केंद्र

नहीं पहुंच रहे किसान सूने पड़े धान क्रय केंद्र

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 11:05 PM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 11:05 PM (IST)
नहीं पहुंच रहे किसान, सूने पड़े धान क्रय केंद्र
नहीं पहुंच रहे किसान, सूने पड़े धान क्रय केंद्र

जागरण संवाददाता, रामपुर : धान खरीद केंद्रों पर इस बार भी खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है। बाजार में दाम नकद मिलने के कारण किसान केंद्रों के बजाय बाजार में बेचने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं। स्वार में धान क्रय का लक्ष्य 40 प्रतिशत ही पूरा हो पाया है। बावजूद इसके धान क्रय केंद्र सूने पड़े हैं।

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जनपद में धान क्रय का लक्ष्य पूरा करने के लिए 124 क्रय केंद्र बनाए गए थे। स्वार क्षेत्र में खुले केंद्रों पर प्रत्येक केंद्र को 15 हजार क्विटल धान क्रय करने का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन, अभी तक एक भी क्रय केंद्र लक्ष्य को नहीं छू पाया है। ऐसे में नहीं लगता कि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर पाए, जबकि बीते कई दिनों से क्षेत्र के अधिकांश धान क्रय केंद्र सूने पड़े हैं। धान क्रय केंद्रों पर असुविधाओं के चलते धान लाने को राजी नहीं हैं। उधर, व्यापारियों और मिलों द्वारा सरकारी रेट से कम मूल्य देने के बावजूद किसान क्रय केंद्रों पर धान बेचने को राजी नहीं हैं, जिसके चलते ज्यादातर धान क्रय केंद्र सूने पड़े हैं। ऐसे में पीसीएफ के धान क्रय केंद्र कैसे लक्ष्य पूरा करेंगे। समोदिया में 8348, धनौरी में 19292, हरदासपुर में 8247, दून्दा वाला व पीपलसाना में 15629, भोटबक्काल में 1653, रहमतगंज में 4610, मीरापुर में 5640 क्विटल की खरीद हो पाई है।

एडीओ कोऑपरेटिव शौकत उल्ला ने बताया कि स्वार क्षेत्र में पीसीएफ के 13 धान क्रय केंद्र हैं। प्रत्येक केंद्र को 15 हजार क्विटल धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष अभी तक 40 प्रतिशत लक्ष्य पूरा हो पाया है। लक्ष्य पूरा करने के लिए किसानों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। साथ ही क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया जा रहा है। धान क्रय केंद्रों पर दिक्कते आती हैं। पैसा समय से नहीं मिलता है।

सूखा, नागलिया गांव - सरकारी धान क्रय केंद्रों पर बड़े व्यापारियों का ही धान खरीदते हैं।

गुलाम मोहम्मद, भोटबक्काल

रजानगर केंद्र प्रभारी अकरम हुसैन का कहना है कि पूरे दिन क्रय केंद्र खुले हैं। इसके अलावा क्षेत्र के बड़े किसानों से घर पर भी संपर्क किया जा रहा है। मिलक में हो रही खरीद

मिलक : नगर स्थित मंडी समिति में पांच क्रय केंद्र हैं। यहां किसान अपने धान की फसल बेच रहे हैं। नगर स्थित क्रय केंद्र प्रभारी हर्षित गुप्ता ने बताया कि सरकार द्वारा केंद्र पर 88 हजार क्विटल धान खरीद का लक्ष्य दिया गया है। किसानों से क्रय केंद्र पर प्रतिदिन 700 से 1000 क्विटल धान खरीदा जा रहा है। किसान बिना किसी परेशानी के अपनी धान की फसल को सरकारी केंद्रों पर बेच रहे हैं। तहसील के परम, जगन्नाथपुर, रठौंडा, सिमरा आदि गांवों में भी सरकार द्वारा धान क्रय केंद्र खोले हैं। सरकार किसानों के लिए बिचौलियों से बचाने का प्रयास करते हुए क्रय केंद्रों पर उनका धान खरीद रही है।

जिले में हुई 1.90 लाख मीट्रिक टन धान खरीद जिला खाद्य विपणन अधिकारी डॉ. अनुपम कुमार निगम ने बताया कि धान खरीद को लेकर जिले की स्थिति संतोषजनक है। जिले को 2.34 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य मिला है और अब तक 190503 मीट्रिक टन खरीद की जा चुकी है, जो लक्ष्य का 81.41 फीसद है। खरीद के लिए पहले 113 क्रय केंद्र बनाए गए थे। इनमें 11 क्रय केंद्र बढ़ा दिए गए हैं। अब 124 क्रय केंद्रों पर खरीद की जा रही है।


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