तेज हवा व बारिश से धान को नुकसान, किसान परेशान
रामपुर बारिश व तेज हवा से धान व गन्ने की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। फसलें खेतों में बिछ गई है। किसानों ने फसलों के नुकसान का आंकलन कर मुआवजे की मांग की है।
रामपुर : बारिश व तेज हवा से धान व गन्ने की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। फसलें खेतों में बिछ गई है। किसानों ने फसलों के नुकसान का आंकलन कर मुआवजे की मांग की है।
क्षेत्र में गांव महेशपुरा, मुल्लाखेड़ा, पिपलिया महतो, नवाबगंज, भटपुरा तारन, खूंटाखेड़ा, धावनी हसनपुर, कौशलगंज समेत अन्य कई गांवों के किसानों के लिए बरसात व हवा आफत बनकर बरसी। धान की फसल कटाई के बाद खेतों में ही पड़ी थी जो बरसात के पानी में डूब गई है। किसानों ने बारिश से बर्बाद फसलों का आंकलन कराकर मुआवजा देने की मांग की है। महेशपुरा के किसान जुम्मा हसन और इकरार खां का कहना है कि धान की करीब तीस प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है। दूसरी ओर बारिश के दौरान नवीन मंडी में क्रय केंद्र संचालकों में खलबली मच गई। उन्होंने आनन-फानन में मंडी में पड़े धान को किसी तरह त्रिपाल डालकर भीगने से बचाया।
-------------- नुकसान को लेकर किसानों के चेहरे पर तनाव
संवाद सूत्र ,टांडा : रविवार को दोपहर 12 बजे से शुरू हुई बारिश शाम तक लगातार होती रही। बारिश के कारण किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचने का अनुमान है। करीब 70 प्रतिशत खेतों में पकी हुई धान खड़ी है। इसके बाद हल्की से हवा चलते ही फसल गिर जाएगी। जिसको कंबाइन से कटवाने में भी गिरे हुए धान को नुकसान है। शरबती को अभी नुकसान कम है। उसको कटने में अभी 8 से दस दिन लग सकता है।
बारिश संग तेज हवा से फसल हुई खराब
संसू, मसवासी : रविवार को हुई झमाझम बारिश से धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। इससे किसान परेशान हैं। उनका कहना है कि इन दिनों डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में पंपिग सेट में महंगा डीजल डालकर किसी तरह फसलों को पाला था। अब जब धान की फसल तैयार हो चुकी है तो मूसलाधार बारिश हो रही है। तेज हवा भी चली है, जिससे फसलें चौपट हो रही है। इसके चलते किसानों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा है। खेतों में खड़ी फसल को बारिश से हुए नुकसान से किसान सदमे में है। किसानों ने डीएम से मुआवजे की मांग की है।