सीआरपीएफ आतंकी हमले में अब 26 को होगी सुनवाई
सीआरपीएफ आतंकी हमले में अब 26 को होगी सुनवाई
रामपुर : सीआरपीएफ आतंकी हमले के मुकदमे में बुधवार को अभियोजन के अधिवक्ताओं के बीच बहस हुई। हालांकि बहस के दौरान आरोपितों के अधिवक्ता हड़ताल के चलते शामिल नहीं हुए। अदालत अब 26 अगस्त को सुनवाई करेगी।
सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर 31 दिसंबर 2007 को आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के सात जवान शहीद हो गए थे। एक रिक्शा चालक की भी जान गई थी। पुलिस ने हमले के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें पाक अधिकृत कश्मीर के इमरान, मोहम्मद फारूख, मुंबई गोरे गांव का फहीम अंसारी, बिहार के मधबुनी का सबाउद्दीन सबा, प्रतापगढ़ के कुंडा का कौसर खां, बरेली के बहेड़ी का गुलाब खां, मुरादाबाद के मूंढापांडे का जंग बहादुर बाबा खान और रामपुर के ही खजुरिया गांव का मोहम्मद शरीफ उर्फ सुहेल शामिल हैं। इन सभी को सुरक्षा के मद्देनजर लखनऊ और बरेली की जेलों में रखा गया है।
बुधवार को सुनवाई के दौरान पुलिस सिर्फ बरेली जेल में बंद पांच आरोपितों को ही पेश कर सकी। लखनऊ जेल में बंद तीन आरोपितों को कोर्ट नहीं लाया जा सका। मुकदमे में एटीएस की ओर से एसपीओ लखनऊ अतुल ओझा और जिला शासकीय अधिवक्ता दलविदर सिंह डंपी ने बहस की। जिला शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि मुकदमे में काफी बहस पूरी हो चुकी है। अब सोमवार को आगे बहस होगी। उधर, बहस के दौरान आरोपितों के अधिवक्ता मोहम्मद जमीर रिजवी कोर्ट में मौजूद नहीं थे। उनका कहना है कि ग्राम न्यायालय के विरोध में अधिवक्ता हड़ताल पर हैं। इसके चलते वह बहस में शामिल नहीं हुए।