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रामपर में अब सूरज की रोशनी से खेतों की सिचाई करेंगे किसान

118 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य मिला था जनपद को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पूरा कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 10:58 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 10:58 PM (IST)
रामपर में अब सूरज की रोशनी से खेतों की सिचाई करेंगे किसान
रामपर में अब सूरज की रोशनी से खेतों की सिचाई करेंगे किसान

118 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य मिला था जनपद को

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पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पूरा कर लिया गया लक्ष्य 02 हॉर्स पॉवर के प्लांट की कीमत एक लाख छब्बीस हजार छह सौ पांच रुपये,

03 हॉर्स पॉवर के प्लांट की 169370 रुपये

05 हॉर्स पॉवर की कीमत 236912 रुपये

40 फीसद धनराशि का ड्राफ्ट लिया जाता है किसान से

60 फीसद अनुदान कुल कीमत का सरकार द्वारा दिया जाएगा जागरण संवाददाता, रामपुर : सूर्य की किरणें हमें बहुत कुछ देती हैं। ये हमारे शरीर के लिए तो उपयोगी हैं ही। इसके अलावा भी कई तरह से ये हमारे लिए उपयोगी सिद्ध हो रही हैं। अब जनपद के किसान फसलों की सिचाई के लिए केवल बिजली या डीजल पर निर्भर नहीं रहेंगे, बल्कि सूरज की इस रोशनी से ही सिचाई कर सकेंगे।

इसके लिए जनपद को 118 सोलर पंप लगाने का लक्ष्य मिला था, जिसे पहले आओ पहले पाओ के आधार पर पूरा कर लिया गया है। बारिश न होने की दशा में किसानों को सिचाई के लिए पंपिग सेट एवं ट्यूबवैल आदि का सहारा लेना पड़ता है। इसमें बिजली की दरों एवं डीजल के दामों में वृद्धि के चलते उनकी जेब पर अतिरिक्त भार पड़ता है। ऐसे में सरकार की ओर से उन्हें राहत प्रदान करते हुए सौर ऊर्जा उपकरण लगाकर सिचाई की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस योजना के चलते किसान अपनी भूमि पर सोलर पैनल लगाकर बिजली का उपयोग खेती के लिए कर सकते हैं। इसके लिए खेत में बोरिंग होना आवश्यक है। दो हॉर्स पॉवर के प्लांट कीमत एक लाख छब्बीस हजार छह सौ पांच रुपये, तीन हॉर्स पॉवर की 169370 तथा पांच हॉर्स पॉवर की कीमत 236912 रुपये है। विभाग की ओर से पहले ड्राफ्ट लाओ, पहले पाओ के आधार पर किसानों को इसका लाभ दिया गया है। उनसे कीमत की 40 प्रतिशत राशि का ड्राफ्ट लिया गया है। 60 प्रतिशत अनुदान सरकार द्वारा दिया जाएगा। सर्वे के बाद लगेगा प्लांट

जिले में 118 सोलर पंप का लक्ष्य आया था। पहले आने वाले किसानों से पंप के मूल्य की 40 प्रतिशत धनराशि के ड्राफ्ट ले लिए गये हैं। विभाग की ओर से उनकी जमीन सर्वे कर लिया गया है। अब संबंधित कंपनी द्वारा सर्वे करने के बाद उनके खेत में प्लांट लगा दिया जाएगा। इससे किसानों का बहुत लाभ होगा। यदि खेत के पास ही उनका घर है तो वे इसका उपयोग बिजली के लिए भी कर सकेंगे।

-नरेंद्र पाल सिंह, कृषि उप निदेशक


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