चुनाव आयोग की पाबंदी हटते ही रणनीति में जुटे आजम
चुनाव आयोग की पाबंदी हटते ही प्रचार में जुटे आजम जागरण संवाददाता रामपुर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान चुनाव आयोग की पाबंदी हटते ही फिर से चुनाव में जुट गए जैसे ही पाबंदी हटाने का टाइम हुआ वैसे ही तमाम कार्यकर्ता उनके आवास पर जमा हो गए और इसके बाद आजम खान ने उनके साथ विचार-विमर्श किया चुनाव जीतने को लेकर रणनीति बनाई।
रामपुर : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां चुनाव आयोग की पाबंदी हटते ही फिर से चुनाव में जुट गए। निर्धारित अवधि पूरी होते ही तमाम नेता उनके आवास पर जमा हो गए। इसके बाद आजम खां ने इन सभी के साथ चुनाव को लेकर विचार-विमर्श किया। शनिवार को रामपुर में होने जा रही मायावती और अखिलेश यादव की रैली की तैयारियां कीं।
चुनाव आयोग ने आपत्तिजनक भाषण देने के आरोप में तीन दिन पहले आजम खां पर 72 घंटे की पाबंदी लगा दी थी। इसके बाद आजम खां ने प्रचार बंद कर दिया था। शुक्रवार सुबह 10 बजे पाबंदी की अवधि खत्म हुई। इसके साथ ही वह फिर से चुनाव प्रचार में जुट गए। उनके आवास पर तमाम पार्टी नेताओं की भीड़ जमा हो गई। आजम के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, पालिकाध्यक्ष पति अजहर अहमद खां, बिलासपुर के पालिकाध्यक्ष मुहम्मद हसन, मसूद गुड्डू, लखविदर सिंह व अमित शर्मा आदि जिले के कई सपा नेता उनके आवास पर पहुंचे। इसके बाद आजम खां ने इन सभी के साथ चुनाव को लेकर बैठक की। इस दौरान उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम भी मौजूद रहे। आजम खां ने पार्टी नेताओं से कहा कि चुनाव में पूरी ताकत से जुटे रहें। ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने की व्यवस्था करें और कोई वोट छूटे नहीं। उन्होंने शनिवार को रामपुर में हो रही बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की रैली को सफल बनाने पर जोर दिया। करीब ढाई घंटे तक आजम खां पार्टी नेताओं के साथ चुनावी चर्चा करते रहे। इस दौरान उनके आवास पर सैकड़ों कार्यकर्ता जमा हो गए। दोपहर साढ़े बारह बजे के बाद जुमे की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद पहुंच गए। समर्थक से मिलने पहुंचे जेल
-आजम खां जुमे की नमाज पढ़ने के बाद जिला जेल में बंद अपने एक युवा समर्थक से मुलाकात करने के लिए पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ अजहर खां और शानू खां भी रहे। शानू ने बताया कि जेल में बंद युवक का नाम सहाब है जो खजान खां का कुआं मुहल्ले का रहने वाला है। पुलिस ने दो दिन पहले उसे मारपीट कर जेल भेज दिया। उसका कहना है कि मुहल्ले में भाजपा प्रत्याशी जयाप्रदा की जनसभा हो रही थी। कुछ लोग इसका विरोध करने लगे। वह भी वहां खड़ा देख रहा था। इसी दौरान पुलिस आई और उसे पकड़ कर ले गई। मारपीट कर उसे जेल भेज दिया। मीडिया से बनाई दूरी
सपा के कद्दावर नेता आजम खां अपने विवादित बयानों से मीडिया में सुर्खियों में बने रहते हैं, लेकिन अब वह मीडिया से दूरी बनाए हैं और किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। शुक्रवार को जब वह मस्जिद से नमाज पढ़ कर बाहर निकले तो मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल पूछा कि चुनाव आयोग की पाबंदी हट गई है। इस बारे में आप क्या कहेंगे? सवाल सुनकर मुस्कुराए और कुछ न बोलने का इशारा करते हुए आगे बढ़ गए। दोपहर बाद वह मुरादाबाद के लिए रवाना हो गए। लौटने के बाद आजम खां ने स्वार और दढि़याल में जनसभाएं की। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा।