कर्मचारियों की कार्यप्रणाली से होता है अधिकारियों का मूल्यांकन: डीएम
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का जिला सम्मेलन एवं शपथ ग्रहण समारोह
जागरण संवाददाता, रामपुर : जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल कराने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। इसके साथ ही कर्मचारियों का भी दायित्व है कि अनुशासन में रहते हुए अपने कर्तव्य का पालन समर्पण के साथ सुनिश्चित करें, जिससे आमजन की अपेक्षा को पूरा करने में सफल हो सकें। कर्मचारियों की कार्यप्रणाली से ही अधिकारियों का मूल्यांकन होता है। अत: अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठापूर्वक एवं ईमानदारी से करें। कहा कि किसी भी कर्मचारी को कोई कठिनाई, परेशानी हो तो इसके लिए अलग से समय या अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं। सीधे उनसे मिल सकते हैं। या फोन पर भी समस्या के बारे में बता सकते हैं। वह शनिवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला सम्मेलन एवं नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में बोल रहे थे।
जिला सहकारी बैंक सभागार में हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संगठन के प्रदेश महामंत्री आरके निगम ने कर्मचारियों को एकजुट रहकर संघर्ष के लिए तैयार रहने के साथ अपनी डयूटी भी निष्ठा से करने का आहवान किया। उन्होने कहा कि शासन स्तर पर वेतन विसंगतियों के निराकरण, भत्तों पर फैसले लेने, आईसीडीएस के संविदा कर्मियों के नियमितिकरण, सफाई कर्मियों, पंचायत व नगर निगम को प्रोन्नतियां व अन्य सुविधाएं दिए जाने, मृतकाश्रित शिक्षणेत्तर कर्मियों को शैक्षिक योग्यता के अनुरूप नियुक्त करने जैसी तमाम मांगों पर 14 जनवरी को अपर मुख्य सचिव कार्मिक से वार्ता हुई थी। यदि इन पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे। जिलाध्यक्ष भीम सिंह अनार्य ने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि जनपद में किसी कर्मचारी का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संघ की ओर से हर समस्या का हल कराया जाएगा। जिला मंत्री राम बाबू शर्मा ने भी कर्मचारियों से एकजुटता बनाए रखने पर जोर दिया।
सम्मेलन को सीएमओ डॉ.सुबोध कुमार शर्मा, जिला राज्य परियोजना अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया। इस दौरान संयुक्त परिषद के प्रांतीय संप्रेक्षक आरके वर्मा एवं उपाध्यक्ष जुबेर अहमद ने कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ ग्रहण करवाई। इनमें भीम सिंह अनार्य को जिलाध्यक्ष, जुगेंद्र पाल को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राम बाबू शर्मा को मंत्री, दिलशाद अहमद को उपाध्यक्ष, राजीव कुमार सक्सेना को कोषाध्यक्ष की शपथ ग्रहण कराई।
सम्मेलन में सम्मेलन में पंचायती राज सफाई कर्मचारी संघ, ग्राम पंचायत, ग्राम्य विकास समन्वय समिति, आइसीडीएस सुपरवाइजर एसोसिएशन, आंगनबाड़ी एसोसिएशन, ग्राम रोजगार सेवक संघ, मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी एसोसिएशन, आइटीआइ, पीडब्ल्यूडी, सिचाई संघ, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, होमगार्डस एसोसिएशन, रोडवेज इम्पलाइज एसोसिएशन, टीबी कंट्रोल इम्पलाइज एसोसिएशन, अरबन मलेरिया संघ, लेखपाल संघ, राजस्व संग्रह, अमीन संघ, नगर पालिका सफाई मजदूर संघ, गन्ना विभाग, वित्त एवं लेखा-बेसिक शिक्षा, राजकीय वाहन चालक संघ, चतुर्थ श्रेणी अनुसेवक संघ आदि संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन कांति गंगवार ने किया।
इस मौके पर राम अवतार पांडे, वीरेंद्र सिंह, बरकत अली, शरीफ अहमद, मोहम्मद इस्माइल, लेखराज, अतीक, रिजवान, रहमानी, शमीमा बी, विमला देवी, श्वेतांक सक्सेना, रचना अग्रवाल, मिथलेश चौधरी, प्रेम प्रकाश, शिवेंद्र भारती, शाकिर अली, अरविद, अमित दूबे आदि मौजूद रहे।