अनुराग हत्याकांड में 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ, नतीजा जीरो
शिव सेना के पूर्व जिला संयोजक अनुराग शर्मा हत्याकांड में पुलिस चार दिन बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है।
रामपुर, जेएनएन। शिव सेना के पूर्व जिला संयोजक अनुराग शर्मा हत्याकांड में पुलिस चार दिन बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। हालांकि पुलिस अभी तक 50 से ज्यादा लोगों से हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। पुलिस अब तक इसे रंजिश में हत्या होना मान रही है। यही वजह है कि पुलिस ने जितने लोगों को उठाया है, उनकी शिव सेना के पूर्व जिला संयोजक से दुश्मनी रही है। इनमें कुछ ऐसे भी हैं, जो पहले अनुराग शर्मा के साथ ही काम करते थे। बाद में उनके संबंध किसी बात को लेकर बिगड़ गए थे और उनके बीच मतभेद बढ़ गए थे। पुलिस इस हत्याकांड के खुलासे के लिए काफी भागदौड़ कर रही है। जिले के अलावा बाहर शहरों से भी संदिग्धों को पूछताछ की जा रही है। सिविल लाइंस कोतवाल बिजेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस हत्यारों की तलाश कर रही है। हर बिदु पर जांच कर रहे हैं। जल्द ही हत्यारे गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। अनुराग शर्मा के परिजनों को मुआवजा दे सरकार
रामपुर : उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के पूर्व सदस्य अनिल वशिष्ठ, हिदू जागरण मंच के जिला महामंत्री पारमणि वशिष्ठ, आरएसएस के धर्म जागरण समन्वय विभाग के संयोजक परागमणि वशिष्ठ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक केशव मणि वशिष्ठ ने अनुराग शर्मा की मौत पर दुख जताते हुए हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अनुराग शर्मा के परिवार को मुआवजा दिए जाने और बच्चों को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की है।