आतंकियों के समर्थकों को नहीं हिन्दुस्तानी कहलाने का अधिकार
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक जहीर अहमद ने प्रधानमंत्री द्वारा अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा को समाप्त करने के फैसले को बड़ा और जरूरी कदम बताते हुए उसकी सराहना की है।
रामपुर: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक फैसल मुमताज ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सही कहा कि अब बातचीत का समय बीत चुका है, पाकिस्तान नतीजे भुगतने को तैयार रहे।
अलगाववादी नेता युवाओं से सेना पर पत्थर ¨फकवाते हैं, जबकि अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाकर डॉक्टर और इंजीनियर बना रहे हैं। जिन कश्मीरी अलगाववादियों के इशारों पर लोग सड़कों पर उतर आते हैं, शहर बंद कर देते हैं और पत्थर बरसाते हैं, उनके बच्चे और रिश्तेदार कश्मीर में नहीं रहते, बल्कि तमाम सुविधाओं के साथ मलेशिया, कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका में रहते हैं। कश्मीर में रहने वाले नौजवान इन नेताओं से सवाल पूछें कि अगर बंदूक उठाना इतना जरूरी है तो फिर वे अपने बच्चों को बंदूक क्यों नही थमाते। कार्यालय पर हुई बैठक में अभय गुप्ता, शाह आलम, शम्मी खां, निक्की खां, दानिश खां, कमर आलम, आसिफ अली, हैदर अली, आकिफ खान, शादाब खां, जैब खां व विनय कुमार आदि उपस्थित रहे।