CAA Protest : बवाल में हुए नुकसान की होगी भरपाई, 28 को नोटिस Rampur News
आजम खां कह रहे हैं कि प्रशासन बदले की भावना से सपा के लोगों को फंसा रहा है। आजम खां पहले भी ऐसे आरोप लगाते रहे हैं।
रामपुर, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बवाल के दौरान हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन ने 28 आरोपितों को नोटिस जारी कर दिए हैं। इनसे अपनी सफाई में साक्ष्य पेश करने को कहा है। अगर इनका जवाब संतोषजनक नहीं मिलता है तो प्रशासन इनसे नुकसान की भरपाई के लिए वसूली करेगा। धनराशि जमा न करने पर इनकी संपत्ति जब्त की जाएगी और फिर नीलाम की जाएगी।
उलमा ने किया था बंद का आह्वान
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उलमा ने 21 दिसंबर को रामपुर बंद का आहवान किया था। साथ ही ईदगाह में जलसे का ऐलान किया था। लेकिन, प्रशासन ने जलसे पर पाबंदी लगा दी थी। इस पर उलमा जलसे के लिए ईदगाह नहीं पहुंचे, लेकिन भीड़ जाने लगी। भीड़ को रोकने के लिए प्रशासन ने ईदगाह के आसपास पहले से ही बेरीकेङ्क्षडग कर फोर्स तैनात कर दी थी। इस दौरान हाथी खाना चौराहे पर पब्लिक और पुलिस में टकराव हो गया था। भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। भोट थाना प्रभारी की जीप समेत छह बाइक फूंक दीं। इस दौरान फायङ्क्षरग भी हुई, गोली लगने से एक युवक की जान भी चली गई और पांच लोग घायल हो गए। दर्जनभर पुलिस कर्मियों के भी चोटें आईं। पुलिस कर्मियों ने आंसू गैस और रबड़ की बुलेट भी चलाईं। इस मामले में नुकसान की भरपाई के लिए जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार ङ्क्षसह ने अपर जिलाधिकारी रामभरत तिवारी को नामित किया है। वह आरोपितों से नुकसान की भरपाई कराएंगे। नुकसान का मूल्यांकन भी कराया गया है। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने 17 लाख के नुकसान की रिपोर्ट दी है, लेकिन उसमें अलग-अलग कीमत नहीं दर्शाई गई है। इस पर उन्होंने दोबारा से रिपोर्ट मांगी है, जिसमें थाना प्रभारी की जीप और बाइकों की कीमत अलग-अलग दर्शाने को कहा है। बेरीकेङ्क्षडग को कितना नुकसान हुआ है, इसका भी अलग से आंकलन किया जाएगा। वाहनों की कीमत कितनी है इसके लिए एआरटीओ को लिखा गया है। क्षतिग्रस्त हुए वायरलैस की कीमत कितनी है, इसके लिए पुलिस लाइन के आरआई से रिपोर्ट मांगी गई है। इसी तरह सड़कों को कितना नुकसान हुआ है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से रिपोर्ट मांगी है। बवाल के दौरान हुए पथराव से नगर पालिका को कितना नुकसान हुआ। साफ-सफाई में कितना खर्च हुआ है, इसके लिए अधिशासी अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। पीआरडी के तीन जवान भी घायल हुए, उन्होंने भी एडीएम को अवगत कराया है। इनकी मोटर साइकिल भी क्षतिग्रस्त हुई है। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि इनके इलाज पर जो खर्च हुआ है, उसकी भी भरपाई कराई जाएगी। एक पत्रकार ने भी अपनी बाइक क्षतिग्रस्त होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जिस किसी को भी बवाल के दौरान नुकसान पहुंचा है। वह प्रार्थना पत्र से उन्हें अवगत करा सकता है। एडीएम ने बताया कि उन 28 लोगों को नोटिस जारी हुए हैं, जो जेल भेजे जा चुके हैं। जेल में ही इन्हे नोटिस तामील कराए जाएंगे। इनमें सपा से जुड़े जिया अहमद भी शामिल है।
उपद्रवियों के पोस्टर चस्पा
पुलिस ने शहर में जगह-जगह उपद्रवियों के पोस्टर भी चस्पा कर दिए हैं। इसमें बवाल करते लोगों का फोटो है। इसमें लिखा है कि अमन पसंद लोगों से अपील है कि उपद्रवियों की पहचान करने में योगदान करें। आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। उचित इनाम भी दिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक डा. अजय पाल शर्मा ने बताया कि वीडियो फुटेज से भी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। पुलिस उपद्रवियों की धरपकड़ के लिए दबिश भी दे रही है। कई लोगों से पूछताछ भी की गई है।
फिर आमने-सामने आजम और प्रशासन
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में हुए बवाल को लेकर एक बार फिर फिर प्रशासन और सांसद आजम खां आमने सामने हैं। आजम खां ने प्रशासन पर शहर का माहौल खराब करने का आरोप लगाया। दूसरी ओर पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमे कराए हैं, उनमें सपा से जुड़े लोग भी शामिल हैं। सपा नेता एवं पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर खां, गन्ना समिति के चेयरमैन मसूद गुड्डू, मुमताज फूल को भी नामजद किया है। अजहर खां भी आजम खां के बेहद करीबी लोगों में शुमार हैं। उनकी पत्नी शहर की मौजूदा चेयरमैन हैं। पिछले दिनों आजम खां के खिलाफ अनेक मुकदमे दर्ज हुए हैं। कई मामलों में अजहर खां को भी नामजद किया गया है। आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम के दोस्त जिया अहमद को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है। उसपर आरोप है कि उसके पास से 15 तमंचे और पिस्टल भी बरामद हुआ। इससे पहले यतीमखाना प्रकरण में भी जिया को जेल भेजा गया था। इस प्रकरण में आजम खां भी नामजद हैं। बवाल के अगले दिन ही जिलाधिकारी और एसपी ने संयुक्त प्रेसवार्ता की थी, जिसमें डीएम ने कहा था कि सियासी दल के लोगों का भी इसमें हाथ है। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था।