दढि़याल में तेंदुए ने पालतू कुत्ते को मार डाला
गांव में तेंदुए ने घर में घुसकर पालतू कुत्ते को शिकार बना लिया। वह कुत्ते को अपने मुंह में दबाकर जंगल में ले गया। घर से लगभग दो सौ मीटर दूर कुत्ते का आधा भाग मृत अवस्था में पड़ा मिला। सात मार्च को भी तेंदुए ने घर में घुसकर इसी कुत्ते को शिकार बनाने की कोशिश की थी परन्तु इस दिन कुत्ते ने बोलेरो गाड़ी के नीचे घुसकर जान बचाई थी। खबर मिलते ही वन विभाग की टीम भी पहुंच गई। रविवार कि सुबह लगभग तीन बजे तेंदुआ गांव मेवला फार्म में किसान सतवीर सिंह के घर में घुस गया। मकान का गेट नहीं होने के कारण वह पालतू कुत्ते को मुंह में दबाकर जंगल की तरह ले गया। कुत्ते को किसान समेत ग्रामीणों ने जंगल में तलाश की तो घर से दो सौ मीटर दूर आधा भाग मृत अवस्था में मिला।
जागरण संवाददाता, दढि़याल : मेवला कला फार्म में तेंदुए ने घर में घुसकर पालतू कुत्ते को मौत के घाट उतार दिया। घर से लगभग दो सौ मीटर दूर कुत्ते का आधा शरीर पड़ा मिला। सात मार्च को भी तेंदुए ने घर में घुसकर इसी कुत्ते को शिकार बनाने की कोशिश की थी, परन्तु इस दिन कुत्ते ने बोलेरो गाड़ी के नीचे घुसकर जान बचाई थी। खबर मिलते ही वन विभाग की टीम भी पहुंच गई।
रविवार कि सुबह तीन बजे तेंदुआ गांव मेवला फार्म में किसान सतवीर सिंह के घर में घुस गया। मकान का गेट नहीं है। उनका पालतू कुत्ता आंगन में था, जिसे को मुंह में दबोचकर तेंदुआ जंगल की ओर ले गया। कुत्ते को किसान समेत ग्रामीणों ने जंगल में तलाश की तो घर से दो सौ मीटर दूर आधा शरीर मिला। घटना के पास ही सीआरपीएफ जवान सोमवीर सिंह का मकान है। इसके घर भी तेंदुआ तीन बार कुत्ते को शिकार बनाने की कोशिश कर चुका है। 27 मार्च की रात को तेंदुए ने कुत्ते को शिकार बनाया तो जवान ने तेंदुए से कुत्ते को छुड़ा लिया था। उसी समय तेंदुए ने जवान को भी घायल कर दिया था। वन विभाग की टीम भी गांव में मौजूद थी। तेंदुए ने 21 मार्च को रजपुरा डैम निवासी बल्देव सिंह समेत राहगीरों को घेर लिया था। सूचना पर रात में ही 11 बजे एसडीएम गौरव कुमार, तहसीलदार महेंद्र बहादुर सिंह, वन एसडीओ आरके चंद्रा, रेंजर नीरज जोशी टीम के साथ पहुंच गए थे। ग्रामीणों ने तेंदुए को रास्ते से हटाने को फायरिग करनी पड़ी थी। रविवार को कुत्ते को मारने की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे वन दारोगा बुद्धसेन ने कहा कि तेंदुए को पकड़ने की पूरी कोशिश की जा रही है। पिचरे भी लगाए गए हैं।