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वकीलों की तीसरे दिन भी हड़ताल, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

वकीलों की तीसरे दिन भी हड़ताल पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 11:42 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 06:07 AM (IST)
वकीलों की तीसरे दिन भी हड़ताल, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
वकीलों की तीसरे दिन भी हड़ताल, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, रामपुर : फर्जी वकीलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर चल रही वकीलों की हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रही। हड़ताली वकीलों के तेवर देखते हुए आखिरकार पुलिस ने युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन मुकदमा नामजद नहीं किया गया है। इससे नाराज वकीलों ने गुरुवार को भी हड़ताल का ऐलान किया है। इस बीच वकीलों ने एसपी कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया। सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस ने बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद लोधी की ओर से धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। इसकी जानकारी होने पर अधिवक्ता अध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक से मिले। बताया कि 15 फरवरी को एक युवती काला कोट और बैंड लगाकर वकीलों से अभद्रता कर रही थी। वह खुद को वकील बताती है। जब उससे पंजीकरण दिखाने को कहा तो वह अभद्रता पर उतर आई। बार एसोसिएशन अध्यक्ष समेत अन्य वरिष्ठ अधिवक्ताओं से अमर्यादित व्यवहार किया। बाद में थाने जाकर छेड़छाड़ और एससीएसटी एक्ट जैसे गंभीर आरोप लगाने लगी। जानकारी पर अधिवक्ता भी इकट्ठा होकर थाने पहुंच गए थे। उन्होंने युवती के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई के बजाय युवती को थाने से छोड़ दिया था। पुलिस के इस रवैये से नाराज होकर वकीलों को हड़ताल पर जाना पड़ा। बार अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने विवेचना में नाम शामिल कराने का भरोसा दिलाया है। एसपी से मिलने वालों में यादराम लोधी, रिषी पांडेय, राम सिंह लोधी, सतपाल सैनी, अमरपाल सिंह, सतीश अग्रवाल, सचिन वर्मा आदि शामिल रहे। तहरीर में नहीं था किसी का नाम

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सिविल लाइंस कोतवाल विजेंद्र सिंह ने बताया कि बार एसोसिएशन के अध्यक्ष की ओर से जो तहरीर दी थी, उसके मुताबिक ही मुकदमा दर्ज किया है। तहरीर में किसी का नाम नहीं था, बल्कि एक महिला द्वारा काला कोट और बैंड लगाकर वादकारियों से अवैध वसूली और ठगी का आरोप है। इसी कारण से अज्ञात महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। विवेचना में जो भी नाम प्रकाश में आएगा, उसे शामिल कर लिया जाएगा। थाने में बैठी थी युवती, फिर अज्ञात में रिपोर्ट क्यों

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद लोधी का कहना है कि जब युवती थाने में मौजूद थी और मौखिक रूप से उसका नाम भी पुलिस को बताया गया। बावजूद इसके पुलिस ने मुकदमे में उसका नाम शामिल नहीं किया। दरअसल, पुलिस शुरू से ही युवती के पक्ष में है। उसे बिना कार्रवाई थाने से छोड़ दिया था। पुलिस के इसी रवैये के खिलाफ वकील हड़ताल पर हैं। हड़ताल गुरुवार को भी जारी रहेगी।


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