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जानिए, मुरादाबाद से लेकर लखनऊ व मेरठ तक बिजली विभाग में क्यों मचा है बवाल

पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा कार्यालय में बुलाकर बिजली विभाग के एसडीओ को पीटने का मामला तूल पकडऩे लगा है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 26 Apr 2019 09:41 AM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2019 09:41 AM (IST)
जानिए, मुरादाबाद से लेकर लखनऊ व मेरठ तक बिजली विभाग में क्यों मचा है बवाल
जानिए, मुरादाबाद से लेकर लखनऊ व मेरठ तक बिजली विभाग में क्यों मचा है बवाल

रामपुर(जेएनएन) : पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा कार्यालय में बुलाकर बिजली विभाग के एसडीओ को पीटने का मामला तूल पकडऩे लगा है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण खंड के मेरठ मुख्यालय में आने वाले सभी जिलों के अभियंताओं ने गुरुवार को इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। काम ठप करते हुए मेरठ में एमडी कार्यालय पर प्रदर्शन कर घटना को लेकर नाराजगी जताई। सीओ को निलंबित करने की मांग की। चेतावनी दी कि 48 घंटे में उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो आंदोलन बड़ा रूप लेगा। 

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पश्चिम के सभी जिलों में चल रहा प्रदर्शन

पूरे प्रदेश के अवर अभियंता हड़ताल पर चले जाएंगे। प्रदर्शन में मेरठ समेत बागपत, शामली, सहारनपुर, रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, गाजियाबाद आदि जिलों के अभियंता शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान अभियन्ता संघ के अध्यक्ष जीके मिश्रा और महासचिव राजीव ङ्क्षसह का कहना था कि रामपुर में तैनात एसडीओ विशाल मलिक लोकसभा चुनाव में सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाए गए थे। 24 अप्रैल को वह सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी खत्म करने के बाद अपने कार्यालय का काम देख रहे थे। 

सीओ ने सभी की मौजूदगी में की मारपीट

दोपहर करीब एक बजे सीओ सिटी आशुतोष तिवारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एसडीओ को अपने कार्यालय बुलाया। एसडीओ ने इसकी जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को दी, जिस पर इंजीनियर नरेश कुमार आदि वहां पहुंच गए। आरोप है कि सीओ ने उन सभी की मौजदूगी में एसडीओ के साथ मारपीट की। तब वहां अन्य पुलिस कर्मी भी थे। बाद में एसडीओ को बंधक बनाकर कार्यालय में जबरन बैठाए रखा गया। नारकोटिक्स एक्ट आदि के झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी। 

मोबाइल भी कर लिए जब्त

बंधक बनाने की जानकारी पर अधिशासी अभियन्ता सोनम ङ्क्षसह भी अन्य साथियों को लेकर वहां आ गए। तब सीओ ने अधिशासी अभियंता का मोबाइल भी जब्त करने की कोशिश की। उन्हें भी झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। बाद में सीओ ने दबाव डालकर सहायक एसडीओ से माफीनामा लिखवाया और जबरन मौखिक रूप से भी माफी मंगवाई। उसकी वीडियो भी बना ली। 

धमकाते हुए सीओ ने छोड़ा 

रात में करीब आठ बजे उन्हें छोड़ा। इसके बाद भी सीओ ने एसडीओ के निजी मोबाइल पर फोन करके धमकाया। कहा कि अगर इस घटना की कहीं शिकायत की तो तुम लोगों को झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भिजवा दूंगा।

सीओ ने किया अशोभनीय व्यवहार

 अभियंता संगठन के अध्यक्ष जीके मिश्रा ने कहा कि सीओ सिटी का अपने समकक्ष अन्य सरकारी अधिकारी के साथ इस तरह का आपराधिक व्यवहार अत्यन्त अशोभनीय, निन्दनीय एवं दण्डनीय है। जिला प्रशासन और पुलिस को सीओ सिटी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। अधिशासी अभियंता सोनम ङ्क्षसह ने बताया कि इस घटना से क्षुब्ध विद्युत अभियंताओं ने गुरुवार को राजस्व वसूली नहीं की। गुरुवार रात में पश्चिमांचल के जिलों के तमाम विद्युत अभियंता रामपुर आ रहे हैं। 

लखनऊ में बुलाई गई है बैठक 

इसके अलावा लखनऊ में विद्युत अभियंता संघ की बैठक बुलाई गई है। 48 घंटे में सीओ के खिलाफ कार्रवाई न होने पर पूरे प्रदेश में आंदोलन होगा। इस मामले की जानकारी अभियंता संघ ने प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष को भी दे दी है और उनसे न्याय दिलाने का अनुरोध किया है। 

एसडीओ से मारपीट नहीं की

क्षेत्राधिकारी नगर आशुतोष तिवारी का कहना है कि एसडीओ से उन्होंने कोई मारपीट नहीं की है। आरोप गलत है। एसडीओ को दफ्तर में बुलाकर इतना जरूर कहा था कि वह पुलिस को गाली क्यों दे रहे हैं। इन्होंने फोन पर अवर अभियंता राहुल कुमार से वार्ता के दौरान पुलिस को गाली दी थी। 


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