सिविल लाइंस में अतिक्रमण पर चली जेसीबी
ला सहकारी बैंक की दीवार भी गिराई
रामपुर : शहर में जगह-जगह अतिक्रमण करने वालों पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। 10 दिन पहले पनवड़िया चौराहे पर अतिक्रमण का सफाया किया गया था और अब सिविल लाइंस में राम-रहीम पुल के नीचे दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर जेसीबी चला दी। यहां मीना बाजार से लेकर जिला सहकारी बैंक तक करीब 40 दुकानों के सामने से अतिक्रमण हटाकर फुटपाथ को कब्जामुक्त कराया।
इस दौरान अतिक्रमण की जद में आ रही जिला सहकारी बैंक की दीवार को भी नहीं बख्शा गया। दीवार तोड़ने को लेकर विरोध भी हुआ, लेकिन अधिकारियों ने किसी की नहीं सुनी और दीवार गिरा दी।
शहर में अतिक्रमण बड़ी समस्या बन गई है। सपा सरकार में सड़कों को चौड़ा और फोरलेन बनाया गया। पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बनाए गए थे, लेकिन सड़क किनारे दुकानदारों एवं खोखे वालों ने इन फुटपाथ पर कब्जा कर लिया है। दुकानों के आगे फुटपाथ पर सामान रख लिया है। इसके बाद सड़क पर लोगों के वाहन खड़े होने से सड़क तंग हो जाती है, जिससे निकलने वालों को दिक्कत होती है। शहर में शायद ही कोई ऐसी सड़क होगी, जहां अतिक्रमण न हो। अब जिला प्रशासन ने अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह के आदेश पर इसकी शुरुआत 10 दिन पहले पनवड़िया चौराहे से की थी। गुरुवार को भी सिविल लाइंस क्षेत्र में राम-रहीम पुल के नीचे अभियान चलाया गया। राम रहीम पुल के बराबर में दोनों ओर दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया था। दुकानों के बाहर तक सामान रखने से फुटपाथ पर कब्जा कर लिया था। गुरुवार को जिलाधिकारी के आदेश पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदम्बा प्रसाद गुप्ता, नगर मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता, उप जिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राकेश गुप्ता भारी पुलिस फोर्स के साथ राम-रहीम पुल के नीचे आ गए। इतने अधिकारियों और पुलिस फोर्स को देख दुकानदार घबरा गए। राहगीरों की भीड़ लग गई। कुछ देर बाद ही पालिका की जेसीबी भी आ गई। तब सभी को माजरा समझ आ गया। इसके बाद अधिकारियों ने अतिक्रमण का सफाया शुरू कर दिया। सबसे पहले दुकानों से बाहर निकला सामान अंदर कराया। इसके बाद बुलडोजर से अवैध निर्माण तोड़ना शुरु कर दिया। पुल के नीचे ज्यादातर दुकानें बाइक मैकेनिक और ऑटो पार्ट की थीं। इनके अलावा पान के खोखे, चिकन शॉप, वेल्डिग, हेयर कटिग सेलून, चाय को होटल आदि की दुकानें हैं। चिकन विक्रेताओं ने अपनी भट्ठियां बाहर फुटपाथ पर रखी थीं। ऊपर होडिग आदि लगे थे। इन सभी को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। जिला सहकारी बैंक की दीवार भी अतिक्रमण की जद में आ गई। उसे भी तोड़ दिया। कुछ लोगों ने बैंक की दीवार तोड़ने का विरोध किया, लेकिन अफसरों ने एक न सुनी। करीब दो घंटे में अतिक्रमण का सफाया कर दिया गया। दुकानें तोड़ने पर पालिकाध्यक्ष ने मांगा ईओ से जवाब
रामपुर : पालिका अधिकारियों की मौजूदगी में चलाए अतिक्रमण अभियान पर पालिकाध्यक्ष फात्मा अजहर ने आपत्ति जताई है। उन्होंने अभियान के बहाने पालिका की दुकानें तोड़ने का आरोप लगाते हुए अधिशासी अधिकारी से जवाब मांगा है। अधिशासी अधिकारी को भेजे पत्र में पालिकाध्यक्ष ने कहा है कि मीना बाजार के दुकानदारों ने उनसे शिकायत की। बताया कि ईओ के नेतृत्व में जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने अतिक्रमण हटाने के दौरान पालिका की दुकानों को तोड़ा है। तोड़ी गई दुकानें पालिका की हैं, जिन्हें बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास करके आवंटित किया गया था। इन दुकानों को तोड़ने से पालिका को राजस्व की क्षति पहुंची है। कई लोग बेरोजगार हो गए हैं, जबकि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा लोगों को रोजगार देने के भरकस प्रयास किए जा रहे हैं। पालिकाध्यक्ष ने ईओ से पूछा है कि किन परिस्थितियों और किसके आदेश पर आपके द्वारा पालिका की दुकानों को तोड़ा गया। पालिका को राजस्व की हानि पहुंचाई और लोगों को बेरोजगार किया गया, इसका स्पष्टीकरण तीन दिन के अंदर दें।
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