जेसीबी से दुकानें तोड़कर कब्जामुक्त कराई सरकारी जमीन
जेसीबी से दुकानें तोड़कर कब्जामुक्त कराई सरकारी जमीन
टांडा : नगर में दढि़याल मार्ग पर सिचाई विभाग की जमीन पर बनी दुकानों को एसडीएम व सिचाई विभाग के अधिकारियों ने जेसीबी से दुकानें तोड़कर कब्जामुक्त कराई।
एसडीएम डॉ. राजेश कुमार, सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता नवीन कुमार, तहसीलदार रणविजय सिंह, एसडीओ सिचाई विभाग भानु प्रताप, सीओ जयराम, कोतवाली प्रभारी दुर्गा सिंह तथा पुलिस फोर्स की मौजूदगी में गुरुवार सुबह दढि़याल मार्ग पर स्थित मंडी समिति व सेंटाखेड़ा जालपुर माइनर नहर की पुलिया के पास सिचाई विभाग की जमीन पर बनी दुकानें तोड़ने की शुरुआत दोपहर 12 बजे हुई। तीन जेसीबी के द्वारा प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर दुकानें व लोगों के मकान तोड़े। सिचाई विभाग के करीब 52 कब्जाधारकों से जमीन कब्जामुक्त कराना है। गुरुवार सुबह तो एक-दो दुकानदारों ने दुकानों से अपना सामान निकाल लिया था, जबकि अधिकतर दुकानदार इसी उम्मीद पर थे कि हर बार अतिक्रमण हटाओ अभियान टल जाता है। हो सकता है इस बार भी अधिकारी खानापूर्ति कर मामले को शांत कर देंगे। प्रशासन की ओर से बुधवार रात से तैयारी थी। प्रशासन ने बुधवार को ही फोर्स की व्यवस्था कर मुहल्ला मस्जिद कोहना में नवनिर्मित बारातघर में करा दी थी। सुबह होते ही सभी अधिकारी पुलिस फोर्स के साथ मंडी समिति के पास पहुंच गए। सेंटाखेड़ा माइनर नहर के आगे बनी दुकान की बाउंड्री तोड़ने से शुरुआत की। इस बीच दुकान स्वामी ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया और कोतवाली ले जाने लगी। लोगों के कहने पर पुलिस ने उसे छोड़ दिया। इसके बाद कार धुलाई सेंटर व होटल तथा मकानों आदि को तोड़ा। लगातार पूरे दिन चले अतिक्रमण हटाओ अभियान के चलते टांडा-बाजपुर मुख्यमार्ग पर दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लगने से जाम रहा और दैनिक यात्रियों तथा पर्यटकों को परेशानी व दिक्कत का सामना करना पड़ा। अतिक्रमण हटाते समय बड़ी दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए कई बार भीड़ के करीब जाने पर पुलिस को भी मशक्कत का सामना करना पड़ा। एसडीएम ने बताया कि सिचाई विभाग की जमीन को कब्जामुक्त करने को कई बार नोटिस जारी किए गए थे। अतिक्रमण न हटाने पर कार्रवाई की गई है। सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता नवीन कुमार का कहना है कि करीब 15-20 वर्ष से लोगों ने जमीन पर कब्जा कर व्यवसायिक कार्य कर रहे थे। सरकार की प्राथमिकता के आधार पर अतिक्रमण हटाया गया है। दुकानें तथा मकान टूटने से सड़क पर आए कुछ परिवार
टांडा : दुकानें तथा मकान टूटने से कुछ परिवार सड़क पर आ गए हैं। मुहल्ला भीमापुरी निवासी एक परिवार के तीन भाई, जिन्होंने करीब बीस वर्ष पूर्व जमीन खरीदकर यहां मकान बना लिए थे। लेखराज सैनी की मौत हो चुकी है। उसके बच्चे रहते हैं। दूसरे भाई मोहन सैनी व उसका परिवार रहता है। तीसरा परिवार केवल राम सैनी का रहता है। मकान अतिक्रमण की जद में आने पर तीनों के परिवार बेघर हो गए हैं। तीनों परिवार के सदस्य जिसमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। मलबा गिरने के डर से खुले में सामान रखकर बैठ गए हैं। महिलाओं ने बताया कि अभियान की शुरुआत होते ही उन्होंने अपने घरों से सामान निकालना शुरू कर दिया था। अब उन्हें सामान रखने और रात गुजारने की दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।
खाली करने को तैयार नहीं दिखे दुकानदार
टांडा : गुरुवार सुबह दस बजे सभी अधिकारी जिसमें एसडीएम डॉ .राजेश कुमार, तहसीलदार, रणविजय सिंह, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी राजेश सिंह राणा, सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता नवीन कुमार, एसडीओ भानु प्रताप आदि कोतवाली पहुंच गए थे। एसडीएम डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि सिचाई विभाग की उक्त जमीन पर लोगों ने 25 वर्ष से अधिक समय से कब्जा कर रखा था। दुकानदारों को कई बार नोटिस भी जारी किए गए थे। खाली न करने पर इसके बावजूद दुकानदार तथा अन्य अतिक्रमणकारी दुकानें खाली करने को तैयार नहीं थे।
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