जामा मस्जिद से नागरिकता संशोधन बिल का विरोध
जामा मस्जिद से नागरिकता संशोधन बिल का विरोध
जागरण संवाददाता, रामपुर : संसद में पास होने के बावजूद नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया जा रहा है। शुक्रवार को शहर की जामा मस्जिद से भी इसका विरोध किया गया। निदा प्रस्ताव पास करने के साथ ही राष्ट्रपति से इस बिल को मंजूर न करने की मांग की गई। इस संबंध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा गया।
जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए हजारों मुसलमान जमा हुए। नमाज के बाद नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में निदा प्रस्ताव पास किया गया। नमाजियों ने हाथ उठाकर इसका समर्थन किया। इस मौके पर जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के सचिव मुकर्रम रजा इनायती ने प्रस्ताव के बारे में जानकारी दी। इसके बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जामा मस्जिद पहुंचे नगर मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता को दिया गया। ज्ञापन में कहा है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। देश का संविधान देश में रहने वाले विभिन्न धर्मों के अनुयायियों को आपस में मेलजोल की सीख देता है। सभी हो धार्मिक स्वतंत्रता भी मिली है, मगर अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि वर्तमान केंद्र सरकार कुछ बरसों से देश की एकता और धर्मनिरपेक्षता को खत्म करने पर तुली है। इसी क्रम की एक कड़ी नागरिकता संशोधन बिल का लागू किया जाना है, जो 10 और 11 दिसंबर को भारत की संसद में पास हो चुका है और कानून बनने के लिए आपके हस्ताक्षर होने हैं। यह कानून देश को लाभ पहुंचाने वाला कम और नुकसान पहुंचाने वाला ज्यादा है, जो हमारे धर्मनिरपेक्ष संविधान की आत्मा को चोट पहुंचाता है। रामपुर की जामा मस्जिद में आज जो मुसलमानों का इज्तेमा है, वह इस बिल की भरपूर तरीके से निदा करता है। यह बिल एक सांप्रदायिक और पक्षपातपूर्ण सोच पर आधारित है और किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं है। आप भारत के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को दागदार होने से बचाएं और इस बिल पर हस्ताक्षर न करें। इस मौके पर शहर इमाम मुफ्ती महबूब अली, जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के सदर नजाकत अली, नायब इमाम रेहान खां व नासिर अली खां, सीओ सिटी सत्यजीत गुप्ता भी मौजूद रहे।