साल भर पहले लगे जनता कर्फ्यू के सन्नाटे की आई याद
रामपुर कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए आज के ही दिन यानी 22 मार्च 2020 को जनता कर्फ्यू लगाया गया था।
रामपुर : कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए आज के ही दिन, यानी 22 मार्च 2020 को जनता कर्फ्यू लगाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद देश भर में जनता कर्फ्यू लगा। इस कर्फ्यू में जिले के लोग भी घरों में कैद रहे। सड़कों पर वाहन नहीं चले। न वाहनों का शोर सुनाई दे रहा था और न ही फैक्ट्रियों के चलने की आवाज आ रही थी। सिर्फ पक्षियों के चहचहाने की आवाज सुनाई दे रही थी। तब यह माना जा रहा था कि यह जनता कर्फ्यू लाकडाउन का संकेत है, लेकिन लाकडाउन कब खुलेगा, इसका किसी को अंदाजा नहीं था। कोरोना वायरस कहर बरपा रहा था। लोग मर रहे थे। एक मात्र बचाव यही था कि घरों में कैद रहें। करीब सवा दो माह की पाबंदी के बाद अनलाक हुआ और धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य होने लगा। वैक्सीन भी देश के वैज्ञानिकों ने तैयार कर ली। आज देश के पास बीमारी से बचाव के लिए दो वैक्सीन हैं। वैक्सीन वर्तमान में आमजन तक पहुंच चुकी है। लेकिन, हमारी लापरवाही से कोरोना वायरस दोबारा से फैलने लगा है। जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या साढ़े पांच हजार से ऊपर पहुंच चुकी है। ज्यादातर ठीक हो गए्, लेकिन हमने 52 लोगों को खोया। आठ मार्च तक एक ही सक्रिय मरीज था, लेकिन हमारी लापरवाही से कोरोना मरीजों की संख्या फिर बढ़ने लगी है। वर्तमान में मात्र 10 सक्रिय रह गए हैं। यदि कोविड नियमों को लेकर ढिलाई का यही आलम रहा तो इनकी संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। अब भी लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है, इसलिए लोग मास्क जरूर पहनें। शारीरिक दूरी का पालन करें और हाथों को बार-बार धोते रहें।
रविद्र कुमार मांदड़, जिलाधिकारी