बेटे की शादी के दूसरे दिन महिला की मौत
जागरण संवाददाता, रामपुर : हर मां का सपना होता है कि उसके बेटे के सिर पर सेहरा सजे।
जागरण संवाददाता, रामपुर : हर मां का सपना होता है कि उसके बेटे के सिर पर सेहरा सजे। वह दूल्हा बने और उसके लिए सुंदर सी बहू लाए, जो उनकी सेवा करे। ऐसा ही अरमान था बाबादीप ¨सह नगर कालोनी में रहने वाली सरिता प्रभाकर का। दो दिन पहले उनके बेटा दूल्हा बना था। बहू घर आई। अगले दिन बहू आने की खुशी में शानदार दावत हुई, जिसमें रिश्तेदार, दोस्त, परिचित सभी शामिल हुए। महिला का बहू लाने का यह ख्वाब तो पूरा हो गया, लेकिन बहू का सुख उठाने से पहले ही वह दुनिया से चल बसीं। अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा और जब तक परिजन उन्हें उपचार के लिए कहीं ले जाते, उन्होंने दम तोड़ दिया। इस हादसे से उनके घर में शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। मंगल गीतों की जगह अपनों की चीखें सुनाई दे रही थीं। यह दुर्भाग्यपूर्ण वाक्या बाबादीप ¨सह नगर कालोनी निवासी रमेश प्रभाकर के घर हुआ। श्री प्रभाकर कांग्रेस के शहर उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के जिलाध्यक्ष हैं। उनके बेटे माइग्रे¨टग की 19 नवंबर को शादी हुई थी। बहू आने की खुशी में मंगलवार को रंग महल में दावत दी गई। बुधवार को कंगना खोलने की रस्म अदायगी हुई। घर में रिश्तेदार और मेहमान थे। खूब चहल-पहल और हंसी खुशी का माहौल था। दोपहर के समय कांग्रेस नेता की पत्नी के सीने में दर्द उठा और वह बेहोश हो गईं। परिजन घबरा गए। उन्हें निजी चिकित्सक के यहां ले गए। चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मृत्यु से घर में चीख पुकार मच गई। जिस किसी ने सुना, वह यकीन नहीं कर सका। परिवार के सभी लोग मौजूद होने पर देर शाम उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान सांत्वना देने शहर कांग्रेस के अध्यक्ष मामून शाह खां, राहुल गांधी ब्रिगेड के उपाध्यक्ष बाबर खां, नोमान खां, आरिफ मियां, फैसल मियां, एजाजा खां आदि भी पहुंचे। भास्कर ¨सह