कलयुग में गोसेवा सबसे बड़ा पुनीत कार्य
पीपल चौक मंदिर पर शुरू हुई श्रीमदभागवत कथा
जागरण संवाददाता, मिलक : मुहल्ला अस्दुल्लापुर स्थित पीपल चौक मंदिर पर बुधवार की रात आठ बजे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा के प्रथम दिन मुंबई के ठाणे से पधारे कथावाचक जगतगुरु स्वामी विदेह महाराज जी विधिविधान से पूजा-अर्चना बाद श्रीमद भागवत गीता को स्थापित किया। स्थापना उपरांत कथावाचन किया। कहा कि हमारे यहां सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि गुरु, गीता, गंगा, गायत्री एवं गोसेवा से निश्चित ही मुक्ति मिलती है। ऐसा शास्त्रों में भी कहा गया है। आज भी यदि श्रद्धा भक्ति और विश्वास के साथ गीता पाठ गायत्री जाप, गंगा स्नान और गोसेवा की जाए तो निश्चय ही मुक्ति मिलती है। यह सब शुद्ध, सदाचारी एवं नि:स्वार्थभाव से होना चाहिए। कलयुग में गोसेवा सबसे बड़ा पुनीत कार्य है। गोमाता के लिए किया गया दान जीवन में कभी व्यर्थ नहीं जाता है। मनुष्य ने जितने भी पाप किए हैं उनकी मुक्ति का मात्र एक ही साधन है। वो है गोवंश के लिए किया जाने वाला दान। देवताओं को भी आहवान के लिए गोमाता का स्मरण करना पड़ता है। गाय की रक्षा मानवता की रक्षा है। इस स्वीकृति के साथ गोवंश की धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक महत्ता को अनुभूत करते हुए गोमाता के रक्षण, पालन एवं संवर्धन के साथ-साथ प्रकृति संरक्षण का संकल्प लें। मेरा गांव मेरा तीर्थ है।यह हमारा सूत्र वाक्य होना चाहिए। गांव के सरोबर को बचाएं। गोवंश को गोद लीजिए। गाय गांव में ही रहे इस बात का प्रयास करें। स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो वृक्ष अवश्य लगाएं। गाय की रक्षा अवश्य करें। वृद्धों का सम्मान उससे भी पहले करें। वर्तमान युग में गो, गुरु, गंगा, गायत्री और गीता ये पांच ही ऐसे साधन हैं, जिनके माध्यम से हम प्रकृति में छिपे देवत्व को प्राप्त कर सकते हैं।
प्रमोद सक्सेना एवं विजय चित्रांशी, वैध मनोहर लाल शर्मा, डॉक्टर चंद्र प्रकाश शर्मा, डॉ. विकास शुक्ला, मन्नू सक्सेना, कौशल सक्सेना, सभासद संजय सक्सेना, विकास चित्रांशी, कमला कांत पांडे, एडवोकेट राजेश सक्सेना, राजेंद्र गंगवार, संजीव श्रीवास्तव, नवनीत कुमार यदुवंशी, यश चित्रांशी, शुभ कुमार, चिराग गुप्ता, राजू राणा, पवन राणा, गौरव गुप्ता, चिराग गुप्ता आदि रहे।