पूर्व राष्ट्रपति कलाम के जीवन पर छात्राओं ने पेश की लघुनाटिका
पूर्व राष्ट्रपति कलाम के जीवन पर छात्राओं ने पेश की लघुनाटिका
जागरण संवाददाता, मिलक : भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर क्षेत्र के स्कूलों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में प्रबंधक कृष्ण कुमार शर्मा, प्रधानाचार्य धर्मपाल सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया। छात्र-छात्राओं ने वीर रस की कविताओं का पाठ किया। कालेज के मुख्यवक्ता रामनरेश पांडे ने पूर्व राष्ट्रपति के जीवन पर प्रकाश डाला।छात्र-छात्राओं से उनके जीवन से शिक्षा लेने और उनके बताए गए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। प्रधानाचार्य ने छात्र-छात्राओं से कहा कि अनुशासित छात्र राष्ट्र को ऊंचाइयों पर ले जाते हैं। प्रत्येक छात्र को अनुशासन में रहकर शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। वहीं हेरिटेज चिल्ड्रन एकेडमी में पूर्व राष्ट्रपति की जयंती को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया।
प्रबंधक मनोज कुमार पांडे और प्रधानाचार्य रीना दुबे ने पूर्व राष्ट्रपति के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित किए। छात्रा अवनी और साक्षी गंगवार ने कविता पाठ किया। छात्रा पल्लवी ने पूर्व राष्ट्रपति के जीवन पर आधारित प्रेरणादायक भाषण दिया। छात्रा स्वाति, पल्लवी, राधिका, अनुष्का और छात्र शिवम, जुनैद, आर्यन, उज्जवल ने पूर्व राष्ट्रपति के जीवन पर आधारित लघुनाटिका प्रस्तुत की। कोआर्डिनेटर एलआर कुशवाहा, अभ्युदिता पांडे, अंजू शर्मा, नीरज सक्सेना, श्वेता दीक्षित, जागृति शर्मा, सचिन कुमार, मोनिका पांडे, आरती सिंह, सुंदरम यादव, विनोद कुमार, नरेश कुमार, विनय कुमार, राधारानी और मोहम्मद अबरार उस्मानी आदि रहे।
बिलासपुर : शिक्षक उमेश राठौर ने कहा कि करोड़ों युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत रहे मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जीवन के अंतिम क्षणों तक युवाओं में जोश और उनका हौसला बुलंद करते रहे। वह गांव कोठा जागीर स्थित मॉडल अपर प्राइमरी स्कूल में पूर्व राष्ट्रपति देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण, पद्म विभूषण, भारत रत्न से सम्मानित महान वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की 88 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। कहा कि बतौर वैज्ञानिक उन्होंने मिसाइल और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में देश को बुलंदियों तक पहुंचाया और दुनिया में मिसाल कायम की। पृथ्वी, त्रिशूल, नाग, अग्नि, ब्रह्मोस समेत कई मिसाइलें इन्हीं की देखरेख में लॉच हुईं। श्री राठौर ने कहा कि बाल्यकाल से ही खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद भी बे रुके नहीं, आगे बढ़ते रहे। यहां तक कि विद्यार्थी जीवन में उन्हें अखबार भी बेचने पड़े।फिर भी हिम्मत नहीं हारी और अंतत: उन्होंने सफलता की बुलंदियों को छुआ। हमें उनके आदर्श जीवन से प्रेरणा लेकर उनके बताए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए। कार्यक्रम को ममता सक्सेना, रवनीत कौर, दिनेश बाबू, रिकी आदि द्वारा संबोधित किया।