समय-समय पर सांसारिक वस्तुओं का करें त्याग : शास्त्री
बिलासपुर : श्री दिगम्बर जैन में महापर्व पयूर्षण के आठवें दिन उत्तम त्याग धर्म की आराधना की गई
बिलासपुर : श्री दिगम्बर जैन में महापर्व पयूर्षण के आठवें दिन उत्तम त्याग धर्म की आराधना की गई। मंदिर परिसर में सर्वप्रथम नरेश कुमार जैन ने प्रथम कलश से श्रीजी का अभिषेक किया। चतुष्कोणीय दिशाओं से शुभम जैन, अतिन जैन, प्रासुक जैन, संयम जैन ने अभिषेक किया। शांतिधारा राजीव जैन ने अर्पित की, जबकि सुमन-वीरेंद्र जैन ने सपरिवार मंगल आरती की। मंदिर में दशलक्षण महामंडल विधान आयोजित हुआ। जो प्रात: काल अभिषेक के उपरांत प्रारम्भ हुआ। विधान में उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम अ¨कचन एवं उत्तम ब्रहमचर्य धर्म की पूजा की गई। इस विधान में 21 जोड़ो ने आहुतियां अर्पित कीं। कार्यक्रम के दौरान पंडित अंकित जैन शास्त्री ने कहा कि दान चार प्रकार का होता है। औषधि, शास्त्र, अभय एवं आहार। हमें चार प्रकार का दान भक्ति अनुसार करते रहना चाहिए एवं समय-समय पर सांसारिक वस्तुओं का त्याग करते रहना चाहिए। स्फूरित जैन एवं शिखा जैन भजन प्रस्तुत किए। आकाश जैन ने कड़वे प्रवचन सुनाएं। साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मनीष जैन, स्वेदश जैन, संदेश जैन, सचिन जैन, कपिल जैन, नरेश चंद्र जैन, सतेंद्र जैन, अक्षत जैन, विनीत जैन, प्रकाश चंद्र जैन, सरिता जैन, निशा जैन, लता जैन, सृष्टि जैन, आशिका, कलिका, प्रिया, अंजना जैन, सांस्कृतिक मंत्री प्रियांश जैन आदि मौजूद रहे।