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पूर्व सिपाही ने एसपी और एडीजी पर लगाए गंभीर आरोप

लगते हुए कहा कि उन्होंने तथा पूर्व एसपी विपिन ताडा ने आइजी अमिताभ ठाकुर के दवाब में उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए। साथ ही जब रफी एडीजी के पास मुकदमे की तफ्तीश बदलवाने गए तो एडीजी ने उन्हें गिरफ्तार करवा दिया। उनकी गिरफ्तारी कोतवाली बरेली से दिखाई गई। इस प्रकार पुलिस की साठगांठ से आइजी अमिताभ के इशारे पर उन्हें मुलजिम बना दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 11:25 PM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 11:25 PM (IST)
पूर्व सिपाही ने एसपी और एडीजी पर लगाए गंभीर आरोप
पूर्व सिपाही ने एसपी और एडीजी पर लगाए गंभीर आरोप

जागरण संवाददाता, रामपुर: आइजी अमिताभ ठाकुर के खिलाफ विभागीय जांच में गवाही देने लखनऊ गए पूर्व सिपाही मोहम्मद रफी ने आइजी समेत अन्य अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। आइजी के खिलाफ दो मामलों में विभागीय जांच चल रही है। इनमें एक मामला उत्तर प्रदेश वाल्मीकि महासभा के जिला महामंत्री सोनू कठेरिया से जुड़ा है। उन्होंने चार साल पहले सपा सरकार में शहर कोतवाली में आइजी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें कहा था कि आइजी घटना के समय अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के साथ रामपुर में वाल्मीकि बस्ती तोपखाना रोड पर आए थे। उन्होंने वाल्मीकि समाज के लोगों को जाति व धर्म के नाम पर सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खां के खिलाफ भड़काया था।

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दूसरा मामला पूर्व सिपाही मोहम्मद रफी से जुड़ा है। उन्होंने भी 29 अप्रैल 2015 को सिविल लाइंस कोतवाली में एक मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें आइजी अमिताभ ठाकुर, उनकी पत्नी नूतन ठाकुर, लखनऊ में तैनात दारोगा बिशन स्वरूप शर्मा और मॉडल कालोनी निवासी शहजादे खां को नामजद किया था। इस मुकदमे में आरोप है कि शहजादे के भाई दानिश खां पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने के लिए आइजी व अन्य आरोपितों ने पूर्व सिपाही को फोन पर धमकाया था। पांच फरवरी को दोनों मुकदमों के वादी पुलिस सुरक्षा में लखनऊ गवाही देने के लिए गए थे।

आइजी अमिताभ ठाकुर की पत्नी एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने बताया कि डीजी ट्रेनिग सुजानवीर सिंह के सामने हुई गवाही में पूर्व सिपाही रफी ने पुलिस को दिए बयानों को दोहराया। अपने बयान में यह भी कहा कि रामपुर में एसपी रहे विपिन टांडा तथा सिविल लाइन थाने में प्रभारी रहे इंसपेक्टर सुधीर कुमार सिंह पर उन्हें थाने बुलाकर धमकाया था कि अमिताभ ठाकुर के खिलाफ मुकदमे वापस ले लें, नहीं तो उन्हें झूठे मुकदमे में जेल भेज दिया जाएगा। बरेली के एडीजी रहे प्रेम प्रकाश पर भी आरोप लगते हुए कहा कि उन्होंने तथा एसपी विपिन ताडा ने आइजी अमिताभ ठाकुर के दवाब में उनपर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए। साथ ही जब रफी एडीजी के पास मुकदमे की तफ्तीश बदलवाने गए तो एडीजी ने उन्हें गिरफ्तार करवा दिया। उनकी गिरफ्तारी कोतवाली बरेली से दिखाई गई।

इस प्रकार पुलिस की साठगांठ से आइजी अमिताभ के इशारे पर उन्हें मुल्जिम बना दिया गया। डॉ. विपिन ताडा इन दिनों अमरोहा में पुलिस अधीक्षक हैं, जबकि प्रेम प्रकाश प्रयागराज के एडीजी हैं।


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