जौहर यूनिवर्सिटी के अभिलेख में हेराफरी करने आजम खां के खिलाफ FIR, सुरक्षा अधिकारी का बेटा गिरफ्तार
आजम खां पर जौहर यूनिवर्सिटी में सरकारी व निजी जमीन के अभिलेखों में हेराफेरी करने का आरोप है। इस मामले में उनके और पूर्व सीओ आले हसन खां के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
रामपुर, जेएनएन। जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। जौहर यूनिवर्सिटी पर आज पुलिस ने छापा मारकर इसकी जमीन के अभिलेख में हेराफरी करने के मामले में आजम खां के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके साथ ही जौहर यूनिवर्सिटी के सुरक्षा अधिकारी के बेटे को इस हेराफेरी के मामले में गिरफ्तार भी किया गया है।
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर समाजवादी पार्टी ने सांसद आजम खां एक बार फिर मुश्किल में फंस गए हैं। आजम खां पर जौहर यूनिवर्सिटी में सरकारी व निजी जमीन के अभिलेखों में हेराफेरी करने का आरोप है। इस मामले में उनके और पूर्व सीओ आले हसन खां के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। रामपुर के थाना अजीमनगर में राजस्व निरीक्षक मनोज कुमार की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धाराएं 342, 447, 506, 384 लगाई हैं।
समाजवादी पार्टी के सांसद तथा अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खां के खिलाफ यहां के अजीमनगर थाने में दर्ज कराए मुकदमे में उन पर जौहर यूनिवर्सिटी के लिए 26 किसानों की जमीन कब्जाने का आरोप है। उनके साथ ही यूनिवर्सिटी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी आले हसन खां को भी नामजद किया गया है। वह पहले रामपुर में सीओ सीटी रह चुके हैं। उनकी तलाश में पुलिस ने गुरुवार देर रात यूनिवर्सिटी पर छापा भी मारा लेकिन, वह नहीं मिले। इस पर उनके बेटे को सरकारी कार्य में बाधा डालने में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से आले हसन का लाइसेंसी रिवाल्वर भी बरामद किया है।
आजम खां और सुरक्षा अधिकारी आले हसन के खिलाफ 29 मई को प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें कहा था कि पांच हेक्टेयर नदी की भूमि पर कब्जा किया गया है। इसकी पैमाइश के लिए राजस्व टीम जौहर यूनिवर्सिटी पहुंची तो आले हसन और दूसरे कर्मचारियों ने इसका विरोध किया। इसके बाद पांच दिन पहले एक और मामला सामने आया। आलिया गंज के 26 किसानों ने जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार ङ्क्षसह को शपथ पत्र दिए, जिसमें कहा कि आजम और आले हसन ने धमकाकर उनकी जमीनों पर कब्जा कर यूनिवर्सिटी के अंदर मिला लिया था। जिलाधिकारी ने मामले की जांच उप जिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी को सौंपी।
उपजिलाधिकारी के आदेश पर राजस्व निरीक्षक मनोज कुमार ने कल रात अजीमनगर थाने में जमीन कब्जाने और धमकाने के आरोप में आजम और आले हसन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद गुरुवार रात एक बजे बारिश के बीच 16 गाडिय़ों में पुलिस जौहर यूनिवर्सिटी पहुंची और मुख्य सुरक्षा अधिकारी के आवास को घेर लिया लेकिन, वह घर पर नहीं मिले। इस पर पुलिस उनके बेटे वसीम को पकड़ कर ले गई।
सरकारी कार्य में बाधा डाली
एसपी रामपुर, अजय पाल शर्मा ने बताया कि यूनिवर्सिटी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी आले हसन की तलाश में पुलिस टीम ने रात में छापा मारा था। आले हसन के बेटे ने सरकारी कार्य में बाधा डाली। इसलिए मुकदमा दर्ज करके उनके बेटे वसीम को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हमें अदालत से मिलेगा इंसाफ
सांसद और जौहर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति, आजम खां ने बताया कि हमने 2006 में जमीन खरीद कर चेक के जरिये भुगतान किया था। अब जो मुकदमे कराए जा रहे हैं, इनमें अदालत से हमें इंसाफ मिलेगा।
सरकारी जमीन के साथ किसानों की जमीन पर कब्जा
जिलाधिकारी रामपुर, आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि पहले सरकारी जमीन पर और अब 26 किसानों की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। जांच में सही पाए जाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इन्हें भूमाफिया पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। आज भी भू अभिलेखों में किसानों के ही नाम दर्ज है। दूसरी ओर 26 किसान भी अलग-अलग अजीमनगर थाने में तहरीर दे रहे हैं। इनकी रिपोर्ट भी दर्ज की जाएगी।
यूनिवर्सिटी की जमीन को लेकर दर्ज हो चुके हैं 16 मुकदमे
मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन को लेकर सांसद आजम खां के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। पिछले साल राजस्व परिषद में भी 14 मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन बिना अनुमति के खरीदने और सरकारी जमीन को उसके बदले में अनुपयोगी जमीन देने के आरोप हैं। अभी इन मामलों में सुनवाई चल रही है। 29 मई को भी आजम के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। उसमें आरोप लगा था कि राजस्व टीम पैमाइश के लिए यूनिवर्सिटी पहुंची तो उसका विरोध किया गया।