हत्या के मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट, पीड़ित ने विवेचना पर उठाए सवाल
सिविल लाइंस क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर मिला था युवक का शव ससुरालियों के खिलाफ हुई थी रिपोर्ट स्वजनों ने दी आत्मदाह की धमकी।
जागरण संवाददाता, रामपुर : युवक की हत्या में आरोपित ससुरालियों को पुलिस की जांच में क्लीन चिट मिल गई है। पुलिस ने हत्या के मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी है। इस पर मृतक पक्ष ने आपत्ति जताई है। मृतक के पिता ने आइजी, डीआइजी और एसपी को प्रार्थना पत्र देकर इंसाफ दिलाने की मांग की है। इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। घटना चार माह पहले की है। मृतक पसियापुरा गांव का 30 वर्षीय मोहन लाल था। 19 जून 2020 को उसका शव पनवड़िया के पास रेलवे ट्रैक पर मिला था। पुलिस ने ट्रेन से युवक के कटने की सूचना पर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था। स्वजनों ने हत्या कर शव रेलवे लाइन पर फेंकने का आरोप लगाया था। बाद में पुलिस ने मृतक के पिता वेदराम की तहरीर पर सिविल लाइंस कोतवाली में चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे में मुरादाबाद के थाना मूंढापांडे के ग्राम मुकुटपुर में रहने वाले मृतक के साढ़ू बलवीर समेत साले राम, श्याम और प्रताप को आरोपित बनाया था। मृतक की ससुराल रोशनबाग अहमदनगर जागीर गांव की है। उसकी पत्नी दिव्यांग है। मुकदमे में आरोप लगाया था कि 18 जून को मोहन का पत्नी से विवाद हो गया था। इसके बाद ससुरालियों ने उसकी हत्या कर दी थी। उसका शव रेलवे लाइन पर फेंक दिया था, ताकि वह आत्महत्या लगे। बुधवार को मृतक के पिता ने पुलिस अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर मुकदमे को बंद करने की जानकारी दी। पत्र में कहा है कि आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से वह आहत है। उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह परिवार सहित आत्मदाह कर लेगा।