तरबूज की खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं किसान
जनपद में पैदा होने वाले तरबूज की दिल्ली के साथ अन्य राज्यों में मांग फोटो 9 जागरण संवादाता रामपुर तरबूज की खेती से किसानों के लिए फायदे का सौदा बन रही है। मालामाल हो रहे हैं। यही वजह है कि किसान बड़े पैमाने पर तरबूज की खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं।
जागरण संवादाता, रामपुर : तरबूज की खेती से किसानों के लिए फायदे का सौदा बन रही है। यही वजह है कि किसान बड़े पैमाने पर तरबूज की खेती कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय बढ़ाने पर जोर देते रहे हैं। इसका किसानों पर भी असर हुआ है। वे परंपरागत खेती गेहूं और धान के स्थान पर नगदी फसलें उगाने रहे हैं। तरबूज, खरबूज, खीरा और ककड़ी की खेती क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हो रही है। तरबूज की फसल कोसी, रामगंगा नदी के किनारे अधिक पैदा होती है। तरबूज गर्मियों का मुख्य फल है, जो मई-जून की तेज धूप व लू से बचाने में काफी फायदेमंद होता है। ज्यादा गर्मी से यह फल अधिक मीठा और जायकेदार हो जाता है। इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। इसके साथ ही इसमें काफी मात्रा में ऊर्जा होती है। तरबूजे के लिए रेतीली तथा रेतीली दोमट भूमि सबसे अच्छी होती है। यही वजह है कि तरबूज की फसल के अनुकूल जलवायु नदी के आसपास होती है। नदी के किनारे रेतीली और नमी युक्त भूमि उपयुक्त रहती है। जनपद में कोसी, रामंगा, पीलाखार व घूघा नदी बहती हैं। इनके आसपास किसान बड़े पैमाने पर तरबूज और खरबूज की खेती करते हैं। स्वार ब्लाक के मसवासी, भूवरा, जालफनगला, धनौरी, फाजलपुर, मधुपुरी, रुस्तमनगर, छपर्रा, मिलक काजी, धनपुर-शाहदरा,सोनकपुर, रसूलपुर, फरीदपुर, मिलक खानम, पसियापुरा, चांदपुर, बजावाला, सूरजपुर, शहपुरा, लालपुर आदि गांवों में तरबूज की खेती होती है। नदियों के आसपास खाली स्थानों में क्यारियां बनाकर इसकी खेती की जा रही है। स्वार क्षेत्र में पैदा होने वाला तरबूज अच्छी किस्म का होता है। जो अंदर से सुर्ख होता है। खाने में काफी मीठा होता है। यही वजह है कि यहां पैदा होने वाले तरबूज की मांग दिल्ली व उत्तराखंड में ज्यादा रहती है। यहां के किसान फसल को दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच रहे हैं। इससे उन्हें फायदा भी ज्यादा हो रहा है। खरदिया के वीर सिंह, सोहन लाल, श्याम लाल, मिलक काजी के शफीक अहमद, अख्तर अली, हरदासपुर के दिलिप सिंह, इस्लाम, चेतराम, खुर्शीद आदि किसान तरबूज की खेती कर रहे हैं। फायदा भी अच्छा हो रहा है। धान और गेहूं की फसल के मुकाबले दो गुनी आय हो रही है।